भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा पशुपालन पर निर्भर करता है। दूध, मांस, अंडा और खाद जैसे उत्पादों से किसानों को अच्छी आमदनी होती है। केंद्र और राज्य सरकारें पशुपालकों की मदद के लिए कई योजनाएं चलाती हैंपशुपालन के लिए सरकारी योजनाएं: ताकि वे आधुनिक तकनीक, चिकित्सा सेवाएं और वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकें। इस लेख में हम पशुपालन के लिए प्रमुख सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे जो 2025 में किसानों के लिए उपयोगी हैं।
नमस्कार किसान भाइयों हम आपको पहले भी इसी तरह की जानकारी बताते आ रहे हैं आज हम आपके साथ कुछ नई जानकारी साझा करेंगे।
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1. राष्ट्रीय गोकुल मिशन – देसी गायों का सम्मान
क्या है ये?
ये योजना देसी गायों और भैंसों की नस्ल को बेहतर करने के लिए है। सरकार चाहती है कि हमारे पशु ज़्यादा दूध दें और उनकी सेहत भी अच्छीी रहे।
क्या-क्या मिलता है?
- कृत्रिम गर्भाधान (AI) की सुविधा, ताकि अच्छी नस्ल के बच्चे पैदा हों।
- गोकुल ग्राम, जहां देसी गायों के लिए खास इंतज़ाम होते हैं।
- नस्ल सुधार के लिए पैसे की मदद।
- गौशालाओं को भी फंड मिलता है।
कौन ले सकता है फायदा?
गाय पालने वाले किसान, गौशालाएं, और डेयरी फार्मर।
2. पशुपालन अवसंरचना विकास कोष (AHIDF) – बिज़नेस को पंख
क्या है ये?
अगर आप डेयरी, मांस प्रोसेसिंग, चारा बनाने या पशु से जुड़ा कोई बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं, तो ये योजना आपके लिए है।
क्या-क्या मिलता है?
- लोन पर 3% ब्याज की छूट।
- 2 साल तक EMI से राहत (मोरेटोरियम)।
- 90% तक का लोन।
- लंबे समय तक चुकाने की सुविधा।
कौन ले सकता है फायदा?
किसान, FPO, सहकारी समितियां, और प्राइवेट उद्यमी।

3. राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) – छोटे पशुपालकों का साथी
क्या है ये?
बकरी, भेड़, सूअर या मुर्गी पालने वालों के लिए ये योजना कमाल की है। इसका मकसद है छोटे-छोटे पशुपालन बिज़नेस को बढ़ावा देना।
क्या-क्या मिलता है?
- चारे के लिए मदद।
- नस्ल सुधार के प्रोग्राम।
- पशुपालकों को ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट।
- पशुओं की दवा-इलाज की सुविधा।
कौन ले सकता है फायदा?
छोटे किसान, स्वयं सहायता समूह, और खासकर महिलाएं।
4. डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) – डेयरी का धंधा, आसान रास्ता
क्या है ये?
अगर आप डेयरी शुरू करना चाहते हैं या दूध का बिज़नेस बढ़ाना चाहते हैं, तो ये योजना आपके लिए है।
क्या-क्या मिलता है?
- नया डेयरी फार्म खोलने के लिए सब्सिडी।
- दूध कलेक्शन यूनिट या वैन के लिए मदद।
- 25% से 33% तक का अनुदान।
कौन ले सकता है फायदा?
किसान, युवा, और सहकारी समितियां।
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5. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) – पशुपालकों का दोस्त
क्या है ये?
KCC अब सिर्फ खेती के लिए नहीं, पशुपालन और मछली पालन के लिए भी है। इससे आपको आसानी से लोन मिलता है।
क्या-क्या मिलता है?
- कम ब्याज पर लोन।
- ₹1.6 लाख तक बिना गारंटी के लोन।
- चारा, दवा, और पशुओं की देखभाल के लिए पैसे।
कौन ले सकता है फायदा?
सभी पशुपालक किसान।

6. ई-गोपाला ऐप – पशुपालन का डिजिटल गुरु
क्या है ये?
ये एक मोबाइल ऐप है, जो पशुपालकों की हर मुश्किल आसान करता है।
क्या-क्या मिलता है?
- अच्छी नस्ल चुनने की जानकारी।
- कृत्रिम गर्भाधान और टीकाकरण के अलर्ट।
- चारा और दवा ऑनलाइन खरीदने की सुविधा।
- पशुओं को ऑनलाइन बेचने का प्लेटफॉर्म।
कौन ले सकता है फायदा?
स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाला कोई भी पशुपालक।
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7. कुछ खास राज्य-स्तरीय योजनाएं (उदाहरण: उत्तर प्रदेश)**
हर राज्य में कुछ न कुछ खास योजनाएं हैं। जैसे उत्तर प्रदेश में:
- पशु बीमा योजना: गाय-भैंस का बीमा बहुत कम प्रीमियम पर।
- गोवंश संरक्षण योजना: बेसहारा पशुओं के लिए आश्रय और देखभाल।
- बकरी पालन योजना: SC/ST वर्ग को बकरी यूनिट के लिए अनुदान।
निष्कर्ष:पशुपालन के लिए सरकारी योजनाएं:
पशुपालन सिर्फ मेहनत का काम नहीं, बल्कि मुनाफे का धंधा भी है। सरकार की ये योजनाएं आपके लिए सुनहरा मौका हैं। चाहे लोन चाहिए, सब्सिडी चाहिए, या फिर ट्रेनिंग, सब कुछ उपलब्ध है। बस आपको करना ये है कि अपने नज़दीकी पशु चिकित्सा केंद्र, जन सेवा केंद्र (CSC), या कृषि विभाग से संपर्क करें। थोड़ी सी कोशिश से आप अपने पशुपालन के बिज़नेस को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
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