अनार की खेती कैसे की जाती है?-जानिए आसान भाषा मे ।

किसान भाइयों को मेरा नमस्कार, अगर आप खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हो और कुछ ऐसा बोना चाहते हो जो लंबे समय तक फल देता रहे, तो अनार एक जबरदस्त विकल्प है। इसमें मेहनत तो लगती है, लेकिन मुनाफा भी उतना ही अच्छा मिलता है। अनार की खेती कैसे की जाती है?

वैसे आपको जानकारी के लिए बता दें कि हम आपको इस कृषि संबंधी जानकारी पिछले आर्टिकल में भी बता चुके है और आज भी हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि अनार की खेती कैसे करे। अनार की खेती कैसे की जाती है?

 आज मैं आपको  आसान भाषा में बताने वाला हूँ कि अनार की फसल कैसे उगाई जाती है, कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए और कैसे इससे अच्छी कमाई हो सकती है।

अनार की खेती कैसे की जाती है?-जानिए आसान भाषा मे ।

 कहाँ और किस जमीन में होती है इसकी अच्छी पैदावार?

अनार का पौधा गर्म और सूखे मौसम को ज्यादा पसंद करता है। यह ठंड और ज्यादा पानी से जल्दी खराब हो सकता है। इसलिए अगर तुम्हारा खेत ऐसी जगह है जहाँ धूप ज्यादा आती है और पानी का निकास अच्छा है, तो तुम आराम से इसकी खेती कर सकते हो।

जहाँ तक बात है जमीन की, तो हल्की दोमट मिट्टी इसमें सबसे बढ़िया मानी जाती है। पानी जमा न हो, बस यही ध्यान रखना होता है।

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 कौन-सी किस्में ज्यादा चलती हैं?

तो किसान भाइयों अब हम  बात करते हैं किस्मों की। वैसे तो बहुत सारी किस्में हैं, लेकिन कुछ नाम बहुत मशहूर हैं:

  • भगवा – इसके फल बड़े और मीठे होते हैं, और विदेशों में भी खूब बिकते हैं।
  • कंधारी – इसका स्वाद अच्छा होता है और आकार भी ठीक-ठाक होता है।
  • जालोर सीडलेस – इसमें बीज नहीं के बराबर होते हैं, इसलिए लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं।

 कब और कैसे लगाएं पौधे?

हम आपको बता दे कि अनार की खेती के लिए सबसे अच्छा समय जून से अगस्त के बीच का होता है। इसमें  पौधों को लगभग 4 मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए ताकि फैलने की जगह मिले। एक एकड़ में करीब 150 से 160 पौधे आराम से लगाए जा सकते हैं।

अगर आप खुद पौधे नहीं तैयार करना चाहते, तो नजदीकी नर्सरी से अच्छे पौधे खरीद सकते हो।

अनार की खेती कैसे की जाती है?-जानिए आसान भाषा मे ।

 पानी और खाद की जरूरत

किसान भाइयों आपको बता दे कि शुरुआत में हर हफ्ते पौधे को पानी देना जरूरी होता है। लेकिन जब पौधा बड़ा हो जाए और फल आने लगे, तो पानी कम कर देना चाहिए। इससे फल मीठे बनते हैं। अगर खाद की बात करें तो गोबर की खाद साल में दो बार देनी चाहिए। इसके साथ थोड़ी-बहुत जैविक खाद या मिट्टी जांच के हिसाब से दूसरी खाद भी दी जा सकती है।

 बीमारी और उसका इलाज

कभी-कभी पत्तों पर धब्बे, फल फटना या कीड़े लगना आम बात होती है। इसके लिए नीम का तेल, जैविक दवाइयों का समय-समय पर छिड़काव करना अच्छा रहता है। कोशिश करो कि ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल न हो।

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 कमाई और कटाई

पौधा लगभग दो-तीन साल बाद फल देना शुरू कर देता है। एक पेड़ से करीब 20 से 30 किलो तक फल मिल जाते हैं। अगर आप मेहनत और देखभाल सही तरीके से करोगे तो एक एकड़ से लाखों की कमाई हो सकती है।

फल तोड़ने के लिए वही समय सही होता है जब फल अच्छे से लाल हो जाएं और हल्के-हल्के कटने लगें।

 निष्कर्ष: अनार की खेती कैसे की जाती है?

तो किसान भाइयों, अब आप जान ही गए हो कि अनार की खेती करना कोई मुश्किल काम नहीं है। बस थोड़ा-सा ध्यान, सही समय पर देखभाल और अच्छा बीज चाहिए। और हाँ, शुरू में थोड़ी मेहनत जरूर लगेगी, लेकिन एक बार पेड़ खड़ा हो गया तो कई सालों तक कमाई होती रहेगी। अनार की खेती कैसे की जाती है?

अगर आपको यह जानकारी काम की लगी हो तो इसे अपने किसान दोस्तों तक जरूर पहुँचाना। और अगर खेती से जुड़ी कोई और जानकारी चाहिए, तो कमेंट बॉक्स में बताना मत भूलना।

Note – सरकार द्वारा चलाई गई कृषि संबंधी योजनाओं के लिए “Pm kisan scheme” पर जाए ।

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