उत्तर प्रदेश कृषि समाचार: 9 सितंबर 2025 तक प्रणाम किसान भाइयों उत्तर प्रदेश, जो भारत का एक महत्वपूर्ण कृषि-प्रधान राज्य है, में 9 सितंबर 2025 तक किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाएं और पहल सामने आई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार निरंतर कृषि क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी समर्थन, और किसान रोजगार बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।

मुफ्त बीज मिनी-किट योजना (रबी 2025–26)
योगी सरकार ने रबी सीजन 2025–26 के लिए किसानों को मुफ़्त दलहनी–तिलहनी बीज मिनी-किट प्रदान करने की घोषणा की है। इसमें शामिल हैं:
- चना (16 किग्रा), मटर (20 किग्रा), मसूर (8 किग्रा) और सरसों (2 किग्रा)
- आवेदन की अंतिम तिथि: 25 सितंबर 2025, पोर्टल: agridarshan-2 (Agricultural Department)
- चयन प्रक्रिया: जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय समिति द्वारा लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी चयन
इस योजना से किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज मुफ़्त मिलेंगे, जिससे उत्पादन में सुधार और आय में वृद्धि की संभावना है।
गन्ना शोध परिषद और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान का समझौता
उत्तर प्रदेश में गन्ना शोध परिषद और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (कानपुर) ने ब्रीडर-सीड उत्पादन बढ़ाने हेतु हाथ मिलाया है। इस परियोजना में:
- 52 एकड़ भूमि पर उन्नत गन्ने की किस्मों की खेती
- शरदकालीन और वसंतकालीन दोनों फसल शामिल
- हर साल लगभग 15,000 क्विंटल अतिरिक्त ब्रीडर-सीड उपलब्ध होने की संभावना
इस पहल से किसानों को गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होंगे, जिससे दीर्घकालिक लाभ और उत्पादन क्षमता में सुधार की उम्मीद है।
विवाहित बेटियों को कृषि भूमि में हिस्सेदारी
एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन के रूप में, उत्तर प्रदेश सरकार विवाहित बेटियों को पैतृक कृषि भूमि में हिस्सेदारी देने की योजना बना रही है। यह कदम लिंग समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस प्रयास माना जा रहा है। अब तक केवल बेटों को भूमि में अधिकार मिलता था; इस पहल से घर-घर न्याय और समानता सुनिश्चित होगी

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025)
कृषि और अन्य कई क्षेत्रों को अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर प्रस्तुत करने के लिए तीसरा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) आयोजित किया जा रहा है:
- 25 से 29 सितंबर 2025, ग्रेटर नोएडा में
- कृषि, वस्त्र, हस्तशिल्प, फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रिक वाहन, नवीकरणीय ऊर्जा, आईटी आदि 17 प्रमुख क्षेत्र शामिल
- लक्ष्य: “मेक इन इंडिया” और “वोकल फॉर लोकल” को वैश्विक पहचान दिलाना, MSMEs और स्टार्ट-अप्स को अवसर प्रदान करना
यह मेला उत्तर प्रदेश की औद्योगिक और वैश्विक साझेदारी को नई दिशा देने में सहायक होगा।
मौसम: बारिश और बाढ़ की स्थिति
उत्तर प्रदेश सहित आसपास के इलाकों में मौसम में बदलाव और भारी बारिश जारी है। IMD ने कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे कृषि प्रभावित हो सकती है
विशेष रूप से, बिजनौर जिले में गंगा बैराज का तटबंध टूटने से बाढ़ का जोखिम बढ़ गया है। प्रशासन ने कई गांवों को खाली कराया है और किसान समुदाय सचेत हैं ताकि फसल और जीवन दोनों की रक्षा समय रहते हो सके
ताजा कृषि खबरें
उत्तर प्रदेश में महज़ नीतियाँ ही नहीं बन रही, बल्कि उनमें किसानों को सशक्त बनाने, महिला अधिकारों को सुदृढ़ करने, और वैश्विक मंच पर राज्य का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिये संवेदनशील कदम उठाए जा रहे हैं।
- मुफ़्त बीज योजना किसानों की ऊर्जा और आशा जगाती है।
- गन्ना बीज उत्पादन में वृद्धि कृषि स्थायित्व सुनिश्चित करती है।
- कानूनी परिवर्तनों से बेटियाँ मुक़ाबले की बराबरी पा रही हैं।
- UPITS जैसे आयोजनों से कृषि और उद्योग की पहचान अंतरराष्ट्रीय होती है।
- मौसम और बाढ़ संबंधी अलर्ट हमें याद दिलाते हैं कि प्रकृति से लड़ना नहीं, समझदारी से उसका सामना करना ज़रूरी है।
किसानों को सलाह:
- agridarshan-2 पोर्टल पर जाएँ और समय रहते आवेदन करें (25 सितंबर से पहले)
- अपने स्थानीय कृषि विभाग/मंडलाय से सीधे जुड़कर सभी योजनाओं और मौसम अपडेट को समझें