नमस्कार किसान भाइयों और उद्यमी साथियों , आज हम बात करेंगे एक ऐसे फल की खेती के बारे में जो देखने में जितना सुंदर होता है, उतना ही मुनाफा भी देता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं , स्ट्रॉबेरी की खेती की। अगर आप जानना चाहते हैं कि स्ट्रॉबेरी की खेती मुनाफे में क्यों है, तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इस खेती से कमाई कैसे होती है, इसमें लागत कितनी आती है और इसे छोटे स्तर पर भी कैसे शुरू किया जा सकता है।

स्ट्रॉबेरी की खेती – कम जमीन, ज्यादा मुनाफा।
आपको बता दे कि भारत में अब धीरे-धीरे स्ट्रॉबेरी की मांग बढ़ रही है। पहले यह सिर्फ ठंडे इलाकों तक सीमित थी, लेकिन अब पॉलीहाउस तकनीक और ड्रिप सिंचाई जैसी आधुनिक तरीकों से इसे मैदानी इलाकों में भी उगाया जा रहा है।
कम जमीन में भी स्ट्रॉबेरी की अच्छी पैदावार होती है, जिससे किसान भाई सीमित संसाधनों के साथ भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यही कारण है कि स्ट्रॉबेरी की खेती मुनाफे में क्यों है इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहता है।
मुनाफे के पीछे की सच्चाई।
अब बात करते है कि इस खेती में मुनाफा कैसे होता है?
- 1 एकड़ में स्ट्रॉबेरी लगाने पर लगभग 25 से 30 टन तक उपज मिल सकती है।
- बाजार में स्ट्रॉबेरी का दाम औसतन 150 से 300 रुपये प्रति किलो तक होता है, सीजन और क्वालिटी के हिसाब से।
- यानी कि एक एकड़ में अगर सही देखरेख हो, तो 8 से 10 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है।
- वहीं इसकी लागत करीब 2 से 3 लाख रुपये तक आती है (पौधे, खाद, सिंचाई, मजदूरी आदि मिलाकर)।
इस हिसाब से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि स्ट्रॉबेरी की खेती में मुनाफा क्यों है क्योंकि इन्वेस्टमेंट कम और रिटर्न हाई है।
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स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे करें?
अगर आप भी शुरुआत करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कुछ बुनियादी पॉइंट्स पर ध्यान दें:
- मिट्टी – रेतीली दोमट मिट्टी जिसमें पानी की निकासी अच्छी हो।
- जलवायु – 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक की जलवायु स्ट्रॉबेरी के लिए सही रहती है।
- सिंचाई – ड्रिप इरिगेशन से सिंचाई करना सबसे अच्छा होता है।
- पौधे – बाजार से सर्टिफाइड और रोगमुक्त पौधे लें, जो ज्यादा फल देने वाले हों।
- रोग नियंत्रण – पत्तियों और जड़ों में फंगस लगने से बचाव के लिए जैविक फफूंदनाशक का इस्तेमाल करें।

स्ट्रॉबेरी की मांग और बिक्री।
आजकल स्ट्रॉबेरी सिर्फ फलों के रूप में नहीं, बल्कि जैम, जैली, आइसक्रीम, केक, शेक और फेशियल प्रोडक्ट्स में भी उपयोग हो रही है। यानी इसका बाजार सिर्फ फल बेचने तक सीमित नहीं है।
- आप इसे लोकल सब्जी मंडी, होटल, सुपरमार्केट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी बेच सकते हैं।
- अगर प्रोसेसिंग यूनिट से जुड़ जाएं, तो एडवांस बुकिंग पर भी बिक्री संभव है।
सरकार की सब्सिडी और सहयोग।
यदि आप स्ट्रॉबेरी की खेती पॉलीहाउस या नेट हाउस में करना चाहते हैं, तो सरकार की ओर से सब्सिडी और तकनीकी मार्गदर्शन भी उपलब्ध है।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) के तहत कई राज्यों में 40% से 60% तक की सब्सिडी दी जाती है।
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आखिर में सवाल – स्ट्रॉबेरी की खेती मुनाफे में क्यों है?
अब जब आपने पूरा लेख पढ़ लिया, तो आइए इस सवाल का सीधा जवाब देते हैं:
- कम लागत, ज्यादा उत्पादन
- तेज़ी से बढ़ती मांग
- बहुउपयोगी फल
- साल भर इनकम का विकल्प
- सरकारी सहायता और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
इन सभी कारणों से स्ट्रॉबेरी की खेती मुनाफे में क्यों है, इसका जवाब एकदम साफ हो जाता है। अगर आप मेहनती हैं और कुछ अलग करना चाहते हैं, तो स्ट्रॉबेरी की खेती एक शानदार विकल्प हो सकता है।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने किसान भाइयों के साथ जरूर शेयर करें। और अगर आप इस पर और जानकारी या गाइड चाहते हैं, तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।
अगर आप strawberry farming in India के बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं तो आपको यह जानकर खुशी होगी कि strawberry ki kheti kaise karein यह सवाल अब बहुत लोग पूछ रहे हैं क्योंकि स्ट्रॉबेरी की खेती में मुनाफा काफी अच्छा है।
आजकल किसान strawberry polyhouse farming का तरीका अपनाकर कम जगह में भी अधिक उत्पादन कर रहे हैं। Strawberry plant price भी अब पहले के मुकाबले काफी सस्ता हो गया है, जिससे शुरुआती लागत कम होती है। साथ ही सरकार से strawberry kheti subsidy भी मिलती है जिससे किसानों को काफी सहारा मिलता है। इस सबके चलते strawberry cultivation profit हर साल बढ़ रहा है और किसान भाई स्ट्रॉबेरी की खेती को एक बेहतरीन कमाई का जरिया मान रहे हैं।