नमस्कार किसान भाइयों आज कल हर किसान चाहता है कि उसकी फसल खूब लहराए, पैदावार ज़्यादा हो और मेहनत का अच्छा फल मिले। खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म करें लेकिन खेती की इस राह में सबसे बड़ी रुकावट बनकर सामने आता है – खरपतवार। यह वो अनचाही घास है जो फसल के साथ उगती है और जमीन की उर्वरता चूस लेती है। अगर सही समय पर इन्हें नहीं हटाया गया, तो ये पूरी फसल को बर्बाद कर सकती हैं। इसलिए ज़रूरी है कि आप समय रहते खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म करें और फसल को खुलकर बढ़ने दें। खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म करें
हम आपको जानकारी के लिए बता दे कि हम आपको पिछले आर्टिकल मैं कृषि से जुड़ीं जानकारी देते आए है आज भी हम आपके साथ कृषि संबंधी जानकारी साझा करेंगे ।

खेत में खरपतवार नियंत्रण के उपाय:
तरीका | मुख्य फायदा |
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1. देसी तरीका (जुताई, सिरका-नमक) | सस्ता, रसायन-मुक्त तरीका जिससे खरपतवार जड़ से सूखते हैं |
2. समय पर निराई-गुड़ाई | फसल को खुलकर बढ़ने की जगह मिलती है, खरपतवार बढ़ नहीं पाते |
3. मल्चिंग (पुआल/प्लास्टिक से ढकना) | खरपतवार को सूरज की रोशनी नहीं मिलती और मिट्टी में नमी बनी रहती है |
4. खरपतवार नाशक दवा (ग्लाइफोसेट आदि) | बहुत अधिक खरपतवार फैलने पर असरदार, लेकिन सावधानी जरूरी |
5. फसल चक्र अपनाना | एक ही फसल न बोने से खरपतवार की जीवनचक्र टूटता है |
6. जैविक घोल (गोमूत्र, नीम अर्क) | मिट्टी की सेहत बनी रहती है और बिना नुकसान के खरपतवार नियंत्रित होता है |
खरपतवार क्यों खतरनाक हैं?
आपको बता दे कि खरपतवार फसल से पोषण, पानी और सूरज की रोशनी छीन लेते हैं। इसका सीधा असर आपकी फसल की बढ़वार और उत्पादन पर पड़ता है। इसके अलावा यह कीड़े-मकोड़ों और बीमारियों को भी न्योता देते हैं। इसलिए खेत की सफाई कैसे करें – ये हर किसान को अच्छी तरह आना चाहिए।
खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म करें ये सिर्फ एक काम नहीं, बल्कि आपकी फसल को सुरक्षित रखने की सबसे जरूरी प्रक्रिया है। देसी तरीका खरपतवार हटाने का अपनाकर किसान भाई न सिर्फ पैसा बचा सकते हैं, बल्कि खेत की उर्वरता भी बनाए रख सकते हैं। खासकर जैविक तरीके से खरपतवार नियंत्रण जैसे उपायों से मिट्टी की सेहत भी सुधरती है। अगर आप चाहते हैं कि धान की खेती में खरपतवार नियंत्रण आसान हो, तो समय पर निराई-गुड़ाई और मल्चिंग का तरीका ज़रूर अपनाएं। इन आसान उपायों से खेत की सफाई कैसे करें – ये भी समझ आता है और उपज में भी फर्क दिखता है।
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1. देसी तरीके से खरपतवार हटाना – सस्ता और टिकाऊ उपाय
किसान भाइयों अगर आप केमिकल से दूर रहना चाहते हैं, तो खरपतवार हटाने के देसी तरीके बहुत फायदेमंद हैं। एक सबसे आसान तरीका है – गहरी जुताई। जब खेत की गहराई से जुताई होती है, तो खरपतवार की जड़ें बाहर आ जाती हैं और धूप में सूखकर मर जाती हैं।
दूसरा तरीका है , नमक और सिरका का घोल। एक बाल्टी पानी में 1 लीटर सिरका और आधा किलो नमक मिलाकर सीधे खरपतवार पर छिड़क दें। इससे घास कुछ ही दिनों में सूखने लगती है।
2. समय पर निराई-गुड़ाई – छोटा प्रयास, बड़ा फायदा
किसानों को यह पता होना चाहिए कि जब फसल छोटी हो, तभी समय-समय पर निराई-गुड़ाई करते रहें। इससे खरपतवार को बढ़ने का मौका नहीं मिलेगा और फसल को खुलकर जगह मिलेगी। यह घास हटाने का तरीका काफी कारगर और पुराना है, लेकिन आज भी असरदार है।
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3. मल्चिंग – ज़मीन को ढको, खरपतवार को रोको
आजकल किसान मल्चिंग का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें खेत की मिट्टी को पुआल, प्लास्टिक या बायोडिग्रेडेबल सामग्री से ढक दिया जाता है। इससे खरपतवार को रोशनी नहीं मिलती और वो मर जाता है। इसके अलावा नमी भी बनी रहती है जिससे फसल तेजी से बढ़ती है।

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4. खरपतवार नाशक दवा – कब और कैसे करें इस्तेमाल?
यदि खरपतवार बहुत ज़्यादा फैल गया है, तो खरपतवार नाशक दवा का नाम जैसे – ग्लाइफोसेट, एट्राजीन, पेंडीमेथालिन आदि को सही मात्रा में उपयोग किया जा सकता है। लेकिन इसे छिड़कते समय सावधानी ज़रूरी है, क्योंकि अगर फसल पर लग गया तो नुकसान हो सकता है।
हमेशा कृषि विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही दवा का चुनाव करें और उसके निर्देश के अनुसार ही छिड़काव करें।
5. फसल चक्र अपनाएं – एक ही फसल बार-बार न बोएं
एक ही तरह की फसल बार-बार लगाने से खरपतवार को बढ़ने का मौका मिल जाता है। इसलिए फसल बदल-बदल कर बोएं ताकि खरपतवार की जीवनचक्र टूट जाए और आप आसानी से खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म कर सकें।
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6. जैविक तरीके से खरपतवार नियंत्रण
किसान भाइयों अगर आप जैविक खेती करते हैं, तो आपको भी जैविक तरीके से खरपतवार नियंत्रण करना होगा। इसके लिए आप गोमूत्र, नीम अर्क, या जीवामृत जैसे प्राकृतिक घोलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खरपतवार को मारा जा सकता है और मिट्टी की सेहत भी सुधरती है।
निष्कर्ष:
तो किसान भाइयों आपको बता दें कि अगर खरपतवार समय पर न हटाए जाएं, तो ये खेत की सबसे बड़ी बीमारी बन जाती है। लेकिन अगर आप ऊपर बताए गए आसान और असरदार उपाय अपनाते हैं, तो आप आसानी से खेत में खरपतवार को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
देसी नुस्खे, जैविक उपाय, मल्चिंग, समय पर निराई-गुड़ाई और ज़रूरत पड़ने पर सही दवा का इस्तेमाल – यह सब मिलकर आपके खेत को साफ और उपजाऊ बना सकते हैं। खेत साफ रहेगा, तो फसल भी खुशहाल होगी और आपकी मेहनत रंग लाएगी।
इस आर्टिकल को अपने किसान भाइयों के साथ ज़रूर शेयर करें ताकि वे भी खरपतवार से निजात पा सकें और उनकी फसल भी भरपूर लहराए। और साथ ही कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
अगर खेत में खरपतवार नाशक दवा का उपयोग करना पड़ रहा है, तो पेंडीमेथालिन या ग्लाइफोसेट जैसे विकल्प सही मात्रा में और कृषि सलाह के अनुसार ही लें। खेत में मल्चिंग कब करें, ये जानकर आप नमी भी बचा सकते हैं और खरपतवार को भी रोक सकते हैं। गेहूं की खेती में खरपतवार नियंत्रण के लिए फसल चक्र और जैविक घोल जैसे गोमूत्र और नीम अर्क बेहद असरदार हैं। प्राकृतिक खेती में खरपतवार नियंत्रण अपनाकर आप बिना रसायन के बेहतर उपज पा सकते हैं। याद रखें – सही समय पर सही तरीका ही आपकी मेहनत को सफलता में बदलता है।