बिना खाद के खेती कैसे करें – जानिए प्राकृतिक तरीका जिससे उपज भी बढ़े और ज़मीन भी बचे।

किसान भाइयों को मेरा नमस्कार, आज मैं आपको  एक ऐसे सवाल का जवाब देने वाला हूं जो आजकल हर किसान भाई के मन में आता है कि  क्या बिना खाद डाले भी अच्छी खेती हो सकती है? बिना खाद के खेती कैसे करें , इसका सीधा जवाब है – हां, बिल्कुल हो सकती है। और मैं खुद यही तरीका अपनाकर देख चुका हूं, इसलिए जो बता रहा हूं, वो बिलकुल जमीन से जुड़ी और असली बातें हैं। बिना खाद के खेती कैसे करें

तो हम आपको बता दे कि हम आपको पहले से ही खेती किसानी से जुड़ी जानकारी देते आए है और आज भी हम आपको खेती किसानी से जुड़ी नई जानकारी देंगे तो आप हमारे साथ बने रहिए।

सबसे पहले मिट्टी को समझो

देखो किसान भाई, खेत में कुछ भी बोने से पहले ज़रूरी है कि हम अपनी मिट्टी को समझें। हर मिट्टी की अपनी ताकत होती है। कुछ मिट्टियां पानी ज्यादा रोकती हैं, कुछ जल्दी सूख जाती हैं। अगर हम बिना किसी बाहरी चीज के अच्छी फसल चाहते हैं, तो पहले मिट्टी को जानो और उसके मुताबिक काम करो।

बिना खाद के खेती कैसे करें – जानिए प्राकृतिक तरीका जिससे उपज भी बढ़े और ज़मीन भी बचे

मल्चिंग से मिलती है मदद।

मल्चिंग का मतलब है कि खेत की मिट्टी को सूखे पत्तों, घास या भूसे से ढक देना। इससे जमीन की नमी बनी रहती है और मिट्टी में जो छोटे-छोटे जीव होते हैं, वो भी जिंदा रहते हैं। यही जीव मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं और आपको खाद की जरूरत नहीं पड़ती।

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बार-बार एक जैसी फसल मत बोओ

हर बार एक ही फसल बोने से जमीन थक जाती है। जैसे हम रोज़-रोज़ एक ही खाना खाएं तो ऊब जाते हैं, वैसे ही मिट्टी भी एक ही तरह की फसल से कमजोर हो जाती है। इसलिए फसल बदलते रहो – कभी मूंग, कभी चना, कभी गेहूं। इससे जमीन की ताकत बनी रहती है।

देसी बीज ज़िंदाबाद

आजकल जो बाजार वाले बीज आते हैं, वो ज्यादा देखभाल और खाद मांगते हैं। लेकिन पुराने देसी बीज कम मेहनत में भी अच्छी फसल देते हैं। मैंने खुद देसी गेहूं और चने से अच्छा अनुभव लिया है। एक बार इस्तेमाल करके देखो, फर्क महसूस होगा।

खेत को सांस लेने दो

हर बार खेत में कुछ न कुछ बोते रहने से भी जमीन थक जाती है। बीच-बीच में खेत को खाली छोड़ दो, या फिर ऐसी फसलें बोओ जो मिट्टी की सेहत सुधारें – जैसे ढैंचा या मूंग। ये फसलें मिट्टी में नाइट्रोजन से जोड़ती हैं और अगली फसल के लिए खेत तैयार कर देती हैं।

प्राकृतिक घोल से मदद लो

किसान भाइयों अगर आप कुछ देना ही चाहते हो खेत को, तो घर का बना हुआ गोमूत्र या जीवामृत बहुत काम की चीज है। इसे मैं भी कभी-कभी छिड़क देता हूं। ये खेत में मिट्टी के जीवों को ताकत देता है और कोई नुकसान भी नहीं करता।

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पानी की सही व्यवस्था करो

पानी अगर सही तरीके से दिया जाए तो बिना खाद के भी फसल खूब अच्छी होती है। जब पानी ज्यादा हो तो बाहर निकाल दो और जब कम हो तो बचाकर इस्तेमाल करो। टपक सिंचाई यानी ड्रिप सिस्टम अच्छा तरीका है, लेकिन अगर वो मुमकिन नहीं है, तो मिट्टी की नमी बनाए रखने वाले देसी तरीके आज़माओ।

आखिर में एक सलाह

देखो किसान भाई, जब आप बिना किसी रसायन या भारी खाद के खेती करते हो , तो शुरुआत में थोड़ी मेहनत और धैर्य लगेगा। लेकिन धीरे-धीरे मिट्टी खुद मजबूत हो जाएगी और फिर आपको बार-बार कुछ डालने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। मैंने ये रास्ता चुना है और अब मुझे खेती में सुकून भी मिलता है और अच्छा उत्पादन भी।

तो अब जब कोई पूछे कि बिना कुछ डाले खेती कैसे होती है, तो मुस्कुराकर बताना कि अगर इरादा साफ हो और तरीका सही हो, तो सब मुमकिन है।
चलो फिर, खेती करते रहो – सादगी से, समझदारी से और दिल से।

अगर आपको ये बात समझ में आई हो तो अपने खेत में आज से ही कुछ बदल कर देखो। फर्क खुद दिखेगा। और साथ ही हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दो और साथ ही अपने किसान भाइयों के साथ जरूर शेयर करें।

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