नमस्कार किसान भाइयों, अगर आप भी अपने खेत के लिए डिजिटल ट्रेक्टर खरीदने का सपना देख रहे हैं, डिजिटल ट्रैक्टर पर सब्सिडी कहाँ और कैसे? लेकिन सोचते हैं कि ये तो बहुत महंगा होगा, तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। अब सरकार किसानों को डिजिटल ट्रेक्टर पर सब्सिडी दे रही है, जिससे आपकी जेब पर बोझ भी नहीं पड़ेगा और खेती भी टेक्नोलॉजी से होगी।
अब सवाल यह है डिजिटल ट्रेक्टर पर सब्सिडी कहाँ मिलती है और कैसे मिलेगी? तो चलिए, सब कुछ एक दोस्त की तरह समझाते हैं।
सबसे पहले जानिए – डिजिटल ट्रेक्टर होता क्या है?
डिजिटल ट्रेक्टर यानी ऐसा ट्रेक्टर जिसमें सेंसर, GPS, डेटा मॉनिटरिंग, स्मार्ट स्प्रे या ड्राइवरलेस टेक्नोलॉजी होती है। यह ट्रेक्टर खेती को आसान और ज्यादा प्रोडक्टिव बना देते हैं। इसमें कम डीज़ल, ज्यादा काम, और स्मार्ट कंट्रोल जैसे फीचर्स होते हैं।

कहां से मिलेगी सब्सिडी?
भारत सरकार और राज्य सरकारें दोनों मिलकर किसानों को डिजिटल ट्रेक्टर पर सब्सिडी दे रही हैं। ये सब्सिडी अलग-अलग राज्यों में अलग स्कीम के तहत मिलती है।
1. PM किसान योजना के साथ जोड़कर:
- कुछ राज्यों में डिजिटल ट्रेक्टर को PM किसान योजना से जोड़ा गया है।
- अगर आप PM किसान के लाभार्थी हैं, तो आपको प्राथमिकता दी जाती है।
2. कृषि यंत्र सब्सिडी योजना:
- यह योजना लगभग हर राज्य में लागू है।
- इसमें ट्रेक्टर, स्मार्ट सीडर, ड्रोन, स्मार्ट स्प्रे जैसे यंत्रों पर सब्सिडी दी जाती है।
- डिजिटल ट्रेक्टर पर 40% से लेकर 80% तक सब्सिडी दी जा रही है (राज्य के अनुसार अलग-अलग)।
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3. Custom Hiring Center (CHC) स्कीम:
- अगर आप CHC खोलना चाहते हैं (जहां किसान किराए पर ट्रेक्टर ले सकें), तो सरकार डिजिटल ट्रेक्टर खरीदने में 70% तक की सब्सिडी देती है।
कौन-कौन ले सकता है सब्सिडी?
- छोटे और सीमांत किसान।
- महिलाएं और SC/ST वर्ग के किसान।
- जिनके पास किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) है।
- वो किसान जो समूह बनाकर खेती करते हैं (FPOs/SHGs)।
सब्सिडी पाने की प्रक्रिया – आसान भाषा में।
1. ऑनलाइन आवेदन करें:
- अपने राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं (जैसे: agrimachinery.nic.in)
- वहां आपको “यंत्र पर सब्सिडी के लिए आवेदन करें” जैसा ऑप्शन मिलेगा।
- अपनी जानकारी भरें जैसे आधार नंबर, बैंक डिटेल्स, जमीन का ब्यौरा, और यंत्र का नाम (डिजिटल ट्रेक्टर चुनें)
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2. डॉक्यूमेंट अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- जमीन के कागजात
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कोटेशन (जिस डीलर से ट्रेक्टर खरीदना है)
3. चयन और स्वीकृति:
- आपके आवेदन की जांच होगी।
- अगर सब कुछ सही पाया गया, तो आपको स्वीकृति पत्र मिलेगा।
- उसके बाद आप ट्रेक्टर खरीद सकते हैं।
4. सब्सिडी सीधे खाते में।
- ट्रेक्टर खरीदने के बाद बिल और फोटो अपलोड करें
- सरकार आपके खाते में सब्सिडी की रकम सीधे भेज देगी

जरूरी बातें जो ध्यान में रखें।
- डीलर रजिस्टर्ड होना चाहिए सरकार से अप्रूव्ड हो।
- बिना स्वीकृति के ट्रेक्टर खरीदने पर सब्सिडी नहीं मिलेगी।
- सब्सिडी सीमित संख्या में दी जाती है पहले आओ, पहले पाओ।
- हर किसान को सिर्फ एक बार ही सब्सिडी मिलती है।
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मोबाइल से सब्सिडी कैसे चेक करें?
- agrimachinery.nic.in वेबसाइट पर जाएं।
- “Check Application Status” पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें।
- वहां से देख सकते हैं कि सब्सिडी की प्रोसेस कहां तक पहुंची है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
क्या सभी राज्यों में ये सब्सिडी मिलती है?
नहीं, हर राज्य की स्कीम थोड़ी अलग होती है। लेकिन अधिकांश राज्यों में डिजिटल ट्रेक्टर सब्सिडी उपलब्ध है।
सब्सिडी कितनी मिलती है?
राज्य और वर्ग के आधार पर 40% से 80% तक सब्सिडी मिलती है।
क्या ड्रोन वाले ट्रेक्टर पर भी सब्सिडी मिलती है?
हाँ, कुछ खास राज्यों में “डिजिटल एग्रीकल्चर इक्विपमेंट” में ड्रोन और GPS ट्रेक्टर भी शामिल हैं।
आख़िरी बात:
किसान भाइयों, डिजिटल खेती का ज़माना आ गया है। अगर आप भी अपने खेत को स्मार्ट बनाना चाहते हैं तो डिजिटल ट्रेक्टर पर सरकार की सब्सिडी का फायदा जरूर उठाएं। यह ना सिर्फ आपकी मेहनत कम करेगा, बल्कि उत्पादन भी बढ़ाएगा।
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