Dhaniya ki Kheti: धनिया की खेती कैसे करें?
नमस्कार किसान भाइयों आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि धनिया की खेती कैसे करें और इससे आपको क्या लाभ मिलेगा।
धनिया (Coriander) एक सुगंधित हरी पत्ती वाली फसल है जिसका उपयोग भारतीय खाने में बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसकी खेती कम समय में अच्छी कमाई का जरिया बन सकती है।

आइए जानते हैं Dhaniya ki Kheti से जुड़ी जरूरी बातें।
1. जलवायु और मिट्टी का चयन
· धनिया की खेती के लिए ठंडी और शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त होती है।
· दोमट और बलुई दोमट मिट्टी जिसमें जैविक पदार्थ भरपूर हो, उस मिट्टी को सबसे अच्छा माना जाता हैं
· धनिया की खेती का pH स्तर 6-7 के बीच हो तो फसल अच्छी होती है।
2. धनिया की बुवाई का सही समय
· अक्टूबर से नवंबर और फरवरी से मार्च तक का समय धनिया की खेती के लिए सबसे अच्छा समय है।
· बारिश के मौसम में अधिक नमी के कारण फसल को नुकसान हो सकता है।
3. बीज की तैयारी और बुवाई
· उच्च गुणवत्ता वाले बीज चुनें ताकि अंकुरण अच्छा हो।
· बीजों को बुवाई से पहले हल्का पानी में भिगोकर रखने से अंकुरण दर बढ़ जाती है।
· बीजों को 30 से 40 सेमी की दूरी पर कतारों में बोना चाहिए।
4. सिंचाई और उर्वरक
· धनिया की खेती में सबसे पहले आपको एपहले पानी की जरूरत अधिक होती है, लेकिन ज्यादा पानी देने से फसल गल सकती है।
· जैविक खाद जैसे गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करें। और आवश्यकता पड़ने पर नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरक दें।
5. खरपतवार नियंत्रण
· खरपतवार फसल की वृद्धि को रोक सकते हैं, इसलिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें।
· जैविक विधियों से खरपतवार नियंत्रण सबसे बेहतर होता है।
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6. रोग और कीट नियंत्रण
· धनिया की फसल में तना गलन और फफूंदी रोग आमतौर पर लगते हैं।
· जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें और जरूरत पड़ने पर हल्के रासायनिक दवाओं का छिड़काव करें।

7. कटाई और पैदावार
· 30 से 40 दिनों में धनिया की हरी पत्तियों की कटाई की जा सकती है।
· बीज उत्पादन के लिए फसल को 90 से 110 दिन तक बढ़ने देना चाहिए।
· कटाई के बाद फसल को छायादार स्थान पर सुखाएं ताकि सुगंध बनी रहे।
Dhaniya ki Kheti से मुनाफा कैसे बढ़ाएं?
· जैविक खेती अपनाकर अच्छे दाम पर धनिया बेचें।
· स्थानीय बाजार के अलावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी धनिया बेच सकते हैं।
· प्रोसेसिंग कर सूखा धनिया (धनिया पाउडर) बनाकर बेचना ज्यादा लाभदायक हो सकता है।
निष्कर्ष
धनिया की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली खेती है। अगर सही तकनीकों का पालन किया जाए, तो यह छोटे और बड़े किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है।