Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है – आसान भाषा में समझो। 

Hello  किसान भाइयों क्या आपने कभी सुना है कि बारिश भी बनाई जा सकती है? मतलब जैसे TV पर कोई बटन दबाया और बारिश चालू , सुनने में थोड़ा फिल्मी लगता है ना? लेकिन ऐसा अब हकीकत बन चुका है। इस चीज़ को कहते हैं Artificial Rain यानी कृत्रिम वर्षा। 

अब सवाल आता है Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है? तो चलिए आज इसी टॉपिक पर एकदम आसान भाषा में बात करते हैं।

 Artificial Rain होता क्या है?

देखो आपको बता दें कि जब आसमान में बादल तो होते हैं लेकिन बारिश नहीं हो रही होती, तो साइंटिस्ट लोग उस बादल में कुछ खास टाइप के केमिकल (जैसे Silver Iodide) डालते हैं। ये केमिकल बादल को trigger करता है और उससे बारिश होने लगती है। इस पूरे प्रोसेस को Cloud Seeding कहते हैं।

Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है – आसान भाषा में समझो। 

यह काम प्लेन से या कभी-कभी मिसाइल जैसी चीज़ों से किया जाता है। हां, थोड़ा महंगा जरूर होता है, लेकिन जब बारिश की सख्त जरूरत हो, तब ये जादू की तरह काम करता है।

 आखिर Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है?

आप जानते है कि  लोग ऐसा क्यों कराते हैं? सिर्फ मस्ती के लिए नहीं भाई, बहुत सी जरूरी वजहें होती हैं, कुछ नीचे समझाता हूँ।

1. जब बारिश न हो और सूखा पड़ जाए।

अगर किसी गांव में महीनों से पानी की एक बूंद नहीं गिरी। खेत सूख गए, जानवर पानी के बिना तड़प रहे हैं। अब ऐसे में Artificial Rain करवा दी जाती है ताकि कुछ राहत मिले।

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2. किसानों के लिए फायदेमंद।

भाई किसान तो बारिश का सबसे ज़्यादा इंतजार करता है। लेकिन अगर मौसम धोखा दे दे, तो ये कृत्रिम बारिश फसलों को बचा सकती है। सही समय पर पानी मिल गया तो समझो फसल तैयार।

3. पीने और सिंचाई के पानी की कमी।

कुछ जगहों पर ग्राउंड वॉटर यानी ज़मीन के नीचे का पानी बहुत नीचे चला गया है। Artificial Rain से तालाब, नदी और बोरवेल दोबारा भर सकते हैं। सोचो, कितनी बड़ी बात है ये।

4. वायु प्रदूषण से राहत।

 दिल्ली में जब स्मॉग होता है, तो सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में Artificial Rain से हवा में फैले धूल और प्रदूषण को नीचे गिराया जाता है। बारिश होते ही हवा फ्रेश।

Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है – आसान भाषा में समझो। 

5. जंगल की आग बुझाने में मदद।

अगर आपने देखा हो तो अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया में जंगलों में बड़ी-बड़ी आग लग जाती है। उस समय फायर ब्रिगेड से कुछ नहीं होता। तब Artificial Rain से आग बुझाई जाती है।

6. बिजली उत्पादन के लिए।

डैम में पानी नहीं है मतलब बिजली नहीं बनेगी। ऐसे में कृत्रिम बारिश करके डैम को भरते हैं ताकि बिजली बनती रहे और लाइट न जाए।

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 क्या Artificial Rain से नुकसान भी होता है?

देखो, हर चीज़ के दो पहलू होते हैं। Artificial Rain भी वैसे तो फायदे की चीज़ है, लेकिन कुछ लोगों को चिंता रहती है कि इसमें जो केमिकल डाला जाता है उसका असर पर्यावरण पर क्या पड़ेगा। और हां, ये सस्ता नहीं है बल्कि सरकार को अच्छा खासा खर्च करना पड़ता है।

 आखिर में – मेरी राय। 

तो भाई लोग, अब जब कोई पूछे कि Artificial Rain का उपयोग क्यों किया जाता है, तो आप बड़े आराम से समझा सकते हो। ये कोई जादू नहीं, बल्कि आज की टेक्नोलॉजी का कमाल है। लेकिन इसे तभी किया जाना चाहिए जब बहुत ज़रूरत हो, क्योंकि प्रकृति के साथ खेलना कोई मज़ाक नहीं है।

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आजकल Artificial Rain in India का महत्व और बढ़ गया है क्योंकि बदलते मौसम और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से सूखे की स्थिति बार-बार बन रही है। ऐसे में Cloud Seeding Process से कई राज्य अपनी खेती और जल संकट को काबू में कर रहे हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि Artificial Rain Technology कैसे काम करती है या कृत्रिम वर्षा क्यों जरूरी है, तो आपको ये भी समझना चाहिए कि यह सिर्फ एक इमरजेंसी उपाय है। वैसे तो कृत्रिम बारिश कब होती है यह मौसम विभाग और सरकार की जरूरत पर निर्भर करता है, लेकिन जब पानी की किल्लत या ज्यादा प्रदूषण हो, तभी इस तकनीक का सही उपयोग होता है।

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