Aquaponics Farming: कम जगह में खेती और मछली पालन का अनोखा तरीका?

नमस्कार किसान भाइयों, जैसा कि आप जानते है कि आजकल खेती में नई नई तकनीके आ रही हैं ऐसे में आजकल किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कम पानी में खेती करना, महंगे खाद से बचना और मिट्टी की घटती ताकत से निपटना। ऐसे में Aquaponics Farming एक ऐसी तकनीक है जिसने शहर और गांव दोनों जगह लोगों का ध्यान खींचा है। यह तरीका इतना आसान और स्मार्ट है कि आप अपनी छत या बगीचे में भी इसे लगा सकते हैं और घर बैठे ताजे हरे पत्ते और मछलियां दोनों उगा सकते हैं। Aquaponics में खेती और मछली पालन साथ-साथ होते हैं और दोनों एक-दूसरे के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। यही वजह है कि आज छोटे किसान से लेकर बड़े किसानों तक , और ग्रीनहाउस तक इसे आजमा रहे हैं।

Aquaponics Farming कम जगह में खेती और मछली पालन का अनोखा तरीका

Aquaponics Farming कैसे काम करता है?

अगर आप पहली बार Aquaponics Farming के बारे में सुन रहे हैं तो एकदम सरल भाषा में समझिए  इसमें आप मछलियों को एक पानी के टैंक में रखते हैं। ये मछलियां जो मल छोड़ती हैं, उसमें अमोनिया और बाकी पोषक तत्व होते हैं। यही पोषक तत्व पाइपलाइन से पानी के साथ पौधों तक पहुंचते हैं। पौधे उस पानी में से पोषण लेते हैं और पानी को साफ करके फिर से टैंक में लौटाते हैं। इस तरह पानी बार-बार घूमता रहता है और नए पानी की खपत बहुत कम हो जाती है। इस पूरे सिस्टम में कोई मिट्टी नहीं लगती, ना ही महंगे केमिकल न्यूट्रिएंट की जरूरत पड़ती है। आप चाहे तो इसे अपने घर में छोटे टब में भी चला सकते हैं और बड़े पैमाने पर खेत में भी।

  • मछलियों से निकला अमोनिया पौधों के लिए नैचुरल खाद का काम करता है।
  • पौधे उसी पानी से पोषक तत्व लेकर ग्रो होते हैं और बदले में पानी साफ कर देते हैं।
  • टैंक और पौधों के बेड पाइप से जुड़े रहते हैं जिससे पानी का फ्लो बना रहता है।
  • पूरा सिस्टम पंप और फिल्टर से चलता है ताकि ठोस कचरा अलग होता रहे।
  • इसे सोलर पंप से भी चलाया जा सकता है जिससे बिजली की बचत होती है।

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Aquaponics Farming के फायदे:

आज के समय में जब खेती में खर्चा बढ़ता जा रहा है और लोगों को ऑर्गेनिक खाना चाहिए, तब Aquaponics Farming एक शानदार ऑप्शन बन गई है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आप दो चीजों से कमाई कर सकते हैं  ताजी सब्जियां और ताजा मछली। मिट्टी नहीं लगने से खरपतवार नहीं होते, जिससे कीटनाशक दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ती। पानी भी बार-बार फिल्टर होकर चलता रहता है, इसलिए सालभर आप इसे चला सकते हैं।

  • पानी की खपत पारंपरिक खेती के मुकाबले 80% तक कम होती है।
  • इसमें केमिकल या रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती।
  • पौधे जल्दी ग्रो होते हैं क्योंकि उन्हें हमेशा पोषक पानी मिलता रहता है।
  • मछली पालन से प्रोटीन की अच्छी क्वालिटी भी मिलती है।
  • छोटे किसान से लेकर शहरी गार्डनर तक इसे आसानी से चला सकते हैं।

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Aquaponics Farming में क्या-क्या उगाया और पाला जा सकता है

कई लोग पूछते हैं कि Aquaponics में कौन-कौन सी फसलें उगाई जा सकती हैं। इसका जवाब यह है कि इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां सबसे आसान और जल्दी उगती हैं। साथ ही आप कुछ हर्ब्स और मौसमी सब्जियां भी ट्राई कर सकते हैं। मछलियों की बात करें तो आपको ऐसी प्रजातियां चुननी चाहिए जिन्हें पालना आसान हो और जो ज्यादा पानी खराब न करें।

  • पालक, मेथी, लेट्यूस और धनिया जैसे हरे पत्तेदार पौधे सबसे अच्छे रहते हैं।
  • तुलसी, पुदीना, अजवाइन जैसे हर्ब्स आसानी से ग्रो होते हैं।
  • टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा और स्ट्रॉबेरी जैसी फसलें भी ग्रो की जा सकती हैं।
  • मछलियों में तिलापिया, रोहू, कैटफिश जैसी प्रजातियां सही रहती हैं।
  • शुरुआत में लोकल मछलियों से प्रैक्टिस करें तो देखभाल आसान रहती है।

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Aquaponics Farming का सेटअप कैसे करें?

अगर आप सोच रहे हैं कि Aquaponics Farming शुरू कैसे करें, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसके लिए बस कुछ बेसिक चीजें चाहिए एक टैंक, पौधों के लिए बेड या नेट पॉट, एक पंप और एक फिल्टर। सबसे पहले आप एक टैंक सेट करें जिसमें मछलियां रहेंगी। फिर उस टैंक से पाइपलाइन के जरिए पानी पौधों तक पहुंचाएं। पौधे Grow Bed या Floating Raft में रखे जाते हैं। पंप से पानी बार-बार सर्कुलेट होता रहता है।

  • मछलियों का टैंक मजबूत और साफ पानी वाला होना चाहिए।
  • पौधों के लिए Grow Bed पानी के ऊपर सेट करें ताकि जड़ें पानी में रहें।
  • पाइपलाइन और पंप सही तरीके से जोड़ें ताकि पानी का फ्लो बना रहे।
  • बायोफिल्टर से पानी में ठोस कचरा हटाया जाए।
  • पूरे सिस्टम को छांव में रखें ताकि पानी का तापमान ज्यादा न बढ़े।
Aquaponics Farming कम जगह में खेती और मछली पालन का अनोखा तरीका

Aquaponics बनाम Hydroponics: फर्क समझना जरूरी है?

कई लोग अभी भी कंफ्यूज रहते हैं कि Hydroponics और Aquaponics में फर्क क्या है। सीधी बात है  Hydroponics में आपको बाहर से न्यूट्रिएंट सॉल्यूशन डालना पड़ता है जबकि Aquaponics में मछलियां ही नैचुरल न्यूट्रिएंट बनाती हैं। इससे रसायन की जरूरत नहीं पड़ती और प्रोडक्शन भी हेल्दी रहता है।

पॉइंट्सAquaponics FarmingHydroponics
पोषक तत्वमछलियों से नैचुरलीकेमिकल सॉल्यूशन से
पानी की बचत80-90%70-80%
मिट्टी की जरूरतनहींनहीं
बिजली खर्चकम (सोलर से चला सकते हैं)थोड़ा ज्यादा
प्रोडक्टसब्जी + मछलीसिर्फ सब्जी
ऑर्गेनिक लेवलज्यादाकम

भारत में Aquaponics Farming का भविष्य:

भारत में आज खेती में सबसे बड़ी चुनौती है  पानी की कमी और मिट्टी की खराब सेहत। ऐसे में Aquaponics Farming स्मार्ट खेती का भविष्य बन सकती है। कई गांवों में किसान छोटे-छोटे Aquaponics सिस्टम लगा रहे हैं ताकि कम पानी में ज्यादा उत्पादन कर सकें। शहरों में भी लोग अपनी छत पर इसे लगाकर ऑर्गेनिक सब्जियां उगा रहे हैं। आने वाले वक्त में सरकार अगर इसे बढ़ावा दे तो यह हर गांव, हर गली में दिखने लगेगा।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों, उम्मीद है अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि Aquaponics Farming क्या है, यह कैसे काम करता है और इसे क्यों अपनाना चाहिए। अगर आप भी अपनी खेती या गार्डनिंग में कुछ अलग करना चाहते हैं तो एक बार Aquaponics Farming जरूर ट्राई कीजिए। ऐसी ही आसान और देसी भाषा में खेती की और जानकारी के लिए मेरी वेबसाइट पर बार-बार आइए मैं फिर मिलूंगा एक नई स्मार्ट खेती की ट्रिक के साथ।

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