नमस्कार किसान भाइयों आज हम आपको थ्रेशर मशीन के बारे में बताएंगे कि भारत में इसका प्राइस क्या है और किसानों के लिए किस प्रकार उपयोगी है। आजकल खेती में मशीनों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, और उनमें सबसे ज़्यादा जरूरी मशीनों में से एक है। थ्रेशर मशीन।आपने कभी धान, गेहूं या चने की फसल काटने के बाद उसका दाना और भूसा अलग किया है, तो आपको पता ही होगा कि ये काम कितना टाइम लेने वाला और थकाऊ होता है। लेकिन थ्रेशर मशीन इस झंझट को मिनटों में हल कर देती है।
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इस आर्टिकल में हम बात करेंगे थ्रेशर मशीन की कीमत, इसके प्रकार, इसके फायदे, कैसे काम करती है, कहां से खरीद सकते हैं, और साथ ही जुड़ी कुछ जरूरी बातें जो किसान भाई को पता होनी चाहिए।अगर बात करें कीमत की, तो थ्रेशर मशीन की कीमत उसके साइज, क्षमता और कंपनी के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर छोटी और साधारण थ्रेशर मशीन की कीमत ₹50,000 से शुरू होकर ₹1.5 लाख तक जाती है।
जबकि बड़ी और मल्टी-क्रॉप थ्रेशर की कीमत ₹2 लाख से ₹3.5 लाख तक भी हो सकती है। कई राज्य सरकारें किसानों को सब्सिडी के तहत थ्रेशर मशीन खरीदने में मदद भी देती हैं, जिससे किसानों का खर्च कम हो जाता है। यह मशीन खेती को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
1. थ्रेशर मशीन क्या होती है?
थ्रेशर मशीन एक ऐसी कृषि मशीन है जो कटे हुए अनाज की फसल से दाना और भूसा अलग करती है। यानि आप फसल को मशीन में डालो, और मशीन आपको एक तरफ से अनाज और दूसरी तरफ से भूसा निकालकर दे देगी। पहले ज़माने में ये काम हाथ से किया जाता था। मुँह से हवा फूँककर या जानवरों से रगड़वा कर। लेकिन अब थ्रेशर की मदद से आप 1 घंटे में वो काम कर सकते हैं जो पहले पूरे दिन लगता था।थ्रेशर मशीन का इस्तेमाल गेहूं, धान, मक्का, जौ, चना, सरसों जैसी कई फसलों में किया जा सकता है।
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2. थ्रेशर मशीन की कीमत कितनी होती है?
अब भाई बात आती है सबसे जरूरी चीज़ की कीमत। थ्रेशर मशीन की कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि वो किस फसल के लिए बनी है, उसका साइज क्या है, उसमें मोटर लगी है या नहीं, और कौन-सी कंपनी की है। अगर आप किसी लोकल मार्केट से या सरकारी सब्सिडी से खरीदते हैं तो कीमत और भी कम हो सकती है।
थ्रेशर मशीन की औसत कीमत का टेबल:
थ्रेशर का प्रकार | अनुमानित कीमत (₹ में) |
---|---|
मैनुअल थ्रेशर (छोटा) | ₹15,000 – ₹30,000 |
मीडियम थ्रेशर | ₹40,000 – ₹70,000 |
PTO चालित थ्रेशर | ₹80,000 – ₹1,20,000 |
मल्टीक्रॉप थ्रेशर | ₹1,50,000 – ₹2,50,000 |
हाइड्रोलिक ऑटोमेटेड थ्रेशर | ₹2,50,000 – ₹5,00,000 |
3. थ्रेशर मशीन कैसे काम करती है?
भाई, थ्रेशर मशीन का काम सीधा है लेकिन उसका मेकैनिज़्म बहुत तेज और स्मार्ट होता है।इस प्रोसेस में न ही अनाज टूटता है और न ही ज़्यादा टाइम लगता है। यही इसका असली फायदा है।
- सबसे पहले फसल को मशीन के इनपुट सेक्शन में डाला जाता है।
- इसके बाद एक रोटेटिंग ड्रम होता है जिसमें तेज़ी से घूमते हुए ब्लेड और दाँते होते हैं जो भूसा और दाने को अलग करते हैं।
- फिर एक साइड से साफ अनाज निकलता है और दूसरी साइड से भूसा और कचरा।
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4. थ्रेशर मशीन के फायदे क्या है?
थ्रेशर मशीन के कई ऐसे फायदे हैं जो किसी भी किसान के लिए इसे ज़रूरी बना देते हैं।
कुछ बड़े फायदे इस तरह से हैं:
- समय की बचत :जहां 10 मज़दूर 1 दिन लगाते थे, वहां थ्रेशर 1 घंटे में काम कर देता है।
- कम मज़दूरी लागत : बार-बार मज़दूरों की जरूरत नहीं।
- भूसे की क्वालिटी बेहतर: पशुओं के खाने लायक साफ भूसा निकलता है।
- फसल की बर्बादी कम :हाथ से निकालते समय जो दाना गिरता था, वो अब नहीं होता।
- एक से ज्यादा फसल में इस्तेमाल : गेहूं, चना, धान, सरसों, मक्का, सब में काम आता है।
5. थ्रेशर कितने प्रकार की होती है?
भारत में अलग-अलग फसलों और ज़रूरत के हिसाब से कई प्रकार के थ्रेशर मिलते हैं।
प्रमुख प्रकार नीचे दिए गए हैं:
थ्रेशर का प्रकार | उपयोगी फसलें | खासियत |
---|---|---|
ड्रम थ्रेशर | गेहूं, धान | सिंपल और किफायती |
मल्टीक्रॉप थ्रेशर | सभी फसलें | बहुउपयोगी और आधुनिक |
रबड़ रोल थ्रेशर | धान, जौ | कम दाना टूटने की संभावना |
PTO चालित थ्रेशर | ट्रैक्टर से चलते हैं | भारी काम के लिए |
हाइड्रोलिक थ्रेशर | सभी फसलें | फुल ऑटोमेटिक और तेज़ |
6. कहां से खरीदें थ्रेशर मशीन?
आजकल थ्रेशर मशीन खरीदना बहुत आसान हो गया है। आप चाहें तो लोकल डीलर के पास जाकर खरीद सकते हैं या फिर ऑनलाइन भी ऑर्डर कर सकते हैं। खरीदते समय ब्रांड, वारंटी, सर्विस सेंटर और पार्ट्स की उपलब्धता ज़रूर चेक करें।
कुछ मुख्य विकल्प:
- कृषि यंत्र भंडार केंद्र (एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट शॉप्स)
- ऑनलाइन पोर्टल्स :जैसे Agribegri, KisanKraft, Tractor Junction, Indiamart
- सरकारी सब्सिडी स्कीम के तहत
- Co-operative societies
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7. क्या थ्रेशर मशीन पर सब्सिडी मिलती है?
कई राज्यों में किसानों को थ्रेशर मशीन पर 40% से लेकर 80% तक सब्सिडी दी जाती है। इसके लिए कई राज्यों में e-Krishi Yantra योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी है।
- किसान पंजीकरण होना ज़रूरी है
- आधार कार्ड, भूमि पत्र, बैंक खाता आदि दस्तावेज़ चाहिए
- स्थानीय कृषि कार्यालय में आवेदन देना होता है
जानकारी | विवरण |
---|---|
क्या थ्रेशर पर सब्सिडी मिलती है? | हां, राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की योजनाओं के तहत सब्सिडी मिलती है। |
सब्सिडी कितनी मिलती है? | सामान्य किसानों को 40% तक और SC/ST, महिला या सीमांत किसानों को 50-60% तक सब्सिडी मिल सकती है। |
कहां से आवेदन करें? | कृषि विभाग की वेबसाइट या अपने नजदीकी कृषि सेवा केंद्र/कृषि अधिकारी के पास। |
किन दस्तावेज़ों की जरूरत होती है? | आधार कार्ड, भूमि के कागजात, बैंक पासबुक, फोटो, जाति प्रमाणपत्र (अगर लागू हो)। |
कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं? | पीएम किसान योजना, सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकनाइजेशन (SMAM), राज्य सरकार की स्थानीय योजनाएं। |
सब्सिडी कब मिलती है? | मशीन खरीदने के बाद रसीद व दस्तावेज़ जमा करने पर, वेरिफिकेशन के बाद अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। |
कहां संपर्क करें? | अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या नजदीकी CSC सेंटर। |
8. थ्रेशर मशीन लेते समय ध्यान देने वाली बातें?
मशीन खरीदना एक निवेश है, इसलिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- फसल के हिसाब से थ्रेशर चुनें।
- मशीन की क्षमता और स्पीड देखें।
- सर्विस सेंटर पास में है या नहीं ये ज़रूर देखें।
- ब्रांडेड और ISI Certified मशीन लेना बेहतर है।

9. थ्रेशर मशीन से जुड़े 7 रोचक ?
- थ्रेशर मशीन की खोज सबसे पहले एंड्रयू मीकल ने की थी।
- एक मीडियम थ्रेशर एक दिन में लगभग 50-60 क्विंटल फसल साफ कर सकता है।
- भारत के कई गांवों में एक थ्रेशर को कई किसान मिलकर यूज करते हैं।
- आजकल सोलर-पावर्ड थ्रेशर भी आने लगे हैं।
- ऑटो थ्रेशर मशीन में सिर्फ एक आदमी की जरूरत होती है।
- कुछ थ्रेशर 5HP इंजन से भी चल जाते हैं, जो बिजली की बचत करते हैं।
- कई स्टार्टअप्स अब थ्रेशर को रेंट पर भी उपलब्ध करा रहे हैं।
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10. FAQs: थ्रेशर मशीन को लेकर किसान से पूछे जाने वाले सवाल क्या है?
Q1. थ्रेशर मशीन को चलाने के लिए बिजली चाहिए या डीजल?
उत्तर: दोनों तरह की थ्रेशर मशीन मिलती हैं – बिजली वाली और PTO (ट्रैक्टर) चालित। कुछ डीजल से भी चलती हैं।
Q2. क्या एक ही थ्रेशर से सभी फसलें साफ कर सकते हैं?
उत्तर: अगर आपके पास मल्टीक्रॉप थ्रेशर है, तो हां आप धान, गेहूं, मक्का, चना, सरसों जैसी सभी फसलें साफ कर सकते हैं।
Q3. क्या थ्रेशर मशीन को किराए पर भी लिया जा सकता है?
उत्तर: हां, कई गांवों में थ्रेशर किराए पर मिलते हैं। साथ ही अब ऑनलाइन एग्री स्टार्टअप भी मशीनें रेंट पर दे रहे हैं।
Q4. थ्रेशर मशीन की देखभाल कैसे करें?
उत्तर: हर सीजन के बाद क्लीनिंग, ऑयलिंग और ढीले नट-बोल्ट को टाइट करना जरूरी है। ब्लेड की शार्पनेस भी चेक करें।
Q5. क्या किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) से थ्रेशर मशीन खरीदी जा सकती है?
उत्तर: हां, किसान क्रेडिट कार्ड से थ्रेशर मशीन की खरीद पर लोन और छूट दोनों मिल सकती है।
निष्कर्ष: थ्रेशर मशीन की कीमत और उपयोग: पूरी जानकारी
भाई, सीधी सी बात है। अगर आप खेती में टाइम, मेहनत और पैसे की बचत करना चाहते हो, तो थ्रेशर मशीन एकदम जरूरी है। आज के ज़माने में खेती भी स्मार्ट हो गई है, और थ्रेशर जैसे यंत्र उसका अहम हिस्सा हैं। अगर सही तरीके से चुना जाए, सब्सिडी ली जाए और सही फसल के लिए सही मशीन खरीदी जाए, तो ये बहुत ही फायदेमंद सौदा बन सकता है।