मृदा क्या है, मृदा का अर्थ, परिभाषा एवं संघठन | what is Soil in hindi
Soil in hindi : मृदा मनुष्यो को प्राकृतिक द्वारा प्रदान की गई एक बहुमूल्य उपहार है जो धरती पर जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं। मृदा धरती पर मौजूद समस्त प्राणियों के जीवन एवं उनकी आवश्यक आवश्यकताएं जैसे- रोटी, कपडा एवं मकान की पूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण घटक हैं। इसके साथ ही साथ यह पर्यावरण के सभी घटकों के बीच की एक आवश्यक कड़ी है। मृदा मनुष्यों को कृषि, वनोत्पाद, जल, वायु एवं उनके रहने के लिए आवास आदि की पूर्ति करती है।
मृदा का अर्थ | meaning of soil in hindi :
वैज्ञानिक आधार पर मृदा, भूमि की उपरी पर्त है जो पौधों के अंकुरण, वृद्धि व विकास के लिए प्राकृतिक माध्यम प्रदान करता है तथा जिसमें कार्बनिक एवं अकार्बनिक तत्वों का मिश्रण होता है। मृदा का निर्माण एक प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा होती है, इसकी गहराई तथा गुण इस बात पर निर्भर करता है कि इसका निर्माण किस प्रक्रिया द्वारा हुआ है। इसका निर्माण विभिन्न प्रकार के चट्टानों पर हुए भौतिक, रासायनिक एवं जैविक प्रक्रिया का परिणाम है।
मृदा की परिभाषा |definition of soil in hindi :
मृदा शब्द की उत्पति लेटिन भाषा के एक शब्द सोलम (Solum) से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है फर्श (Floot) अर्थात पृथ्वी की उपरी सतह को जिस पर विभिन्न प्रकार के पौधे उगते है तथा अपने वृद्धि व विकास के लिए जल एवं खनिज लवणो को ग्रहण करते है मृदा अथवा भूमि (Soil in hindi) कहलाते हैंं।
(A). जोफे एवं मारवट के अनुसार : मृदा एक प्राकृतिक पिण्ड है जो प्राकृतिक पदार्थो पर प्राकृतिक बलों के प्रभाव से विकसित हुई है। प्रायः विभिन्न गहराईयो के खनिजों एवं कार्बनिक अवयवों के संस्तरों के अनुसार इसके भेद किये जाते हैं।
(B). बकमैन व ब्रैडी के अनुसार : मृदा वह प्राकृतिक पिंड है जो विच्छेदित एवं क्षयित खनिज पदार्थों के सडने से बने विभिन्न पदार्थों के परिवर्तनशिल मिश्रण से प्रोफाइल के रुप मे संश्लेषित होती है। यह पृथ्वी को एक परत आवरण के रूप में ढकती है तथा जल एवं वायू की उचित मात्रा के मिलने से पौधों को यांंत्रिक आधार एवं आशिंक जीविका प्रदान करती हैं।
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