प्रणाम किसान भाइयों , जैसा की आप देख पा रहे है कि ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की मात्रा प्रति एकड़, आज के समय में खेती में ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर यानी जैविक खाद का इस्तेमाल सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुका है। रासायनिक खादों के लंबे समय तक इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है, जिससे फसल की पैदावार पर सीधा असर पड़ता है। वहीं, ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखते हैं और फसल को प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाते हैं। लेकिन एक बड़ा सवाल हमेशा किसान भाइयों के मन में रहता है प्रति एकड़ में कितनी ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर डालनी चाहिए?
इस सवाल का जवाब फसल के प्रकार, मिट्टी की स्थिति और मौसम के हिसाब से बदल सकता है, लेकिन कुछ मानक मात्रा होती है जिसे अपनाकर आप अपनी पैदावार और मिट्टी की सेहत दोनों को बेहतर बना सकते हैं।

ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर क्या है और क्यों जरूरी है?
ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर वह खाद है जो पूरी तरह प्राकृतिक स्रोतों से बनाई जाती है, जैसे गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट, हरी खाद, नीम की खली, और बायोफर्टिलाइज़र। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें मौजूद पोषक तत्व धीरे-धीरे मिट्टी में घुलते हैं और लंबे समय तक पौधों को पोषण देते हैं। यह न सिर्फ फसल को नुकसान से बचाता है, बल्कि मिट्टी की पानी पकड़ने की क्षमता और सूक्ष्मजीवों की संख्या भी बढ़ाता है।
उदाहरण के तौर पर, रासायनिक यूरिया तुरंत असर दिखाता है लेकिन लंबे समय में मिट्टी को कड़ा बना देता है, जबकि ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर मिट्टी को ढीला और उपजाऊ बनाए रखता है।
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प्रति एकड़ ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की मात्रा:
अगर आप खेती में ऑर्गैनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो उसकी मात्रा फसल और मिट्टी की जरूरत पर निर्भर करेगी। हालांकि, एक सामान्य औसत गाइडलाइन यह है कि:
- गोबर की खाद (Farm Yard Manure – FYM):
- औसतन 8 से 10 टन (8000 से 10,000 किलो) प्रति एकड़
- इसे फसल बोने से 3-4 हफ्ते पहले खेत में अच्छी तरह मिला देना चाहिए ताकि यह मिट्टी में घुल-मिल सके।
- वर्मी कम्पोस्ट:
- 1.5 से 2 टन (1500 से 2000 किलो) प्रति एकड़
- यह पौधों के लिए जल्दी उपलब्ध पोषक तत्व देता है, खासकर सब्जियों और फलदार पौधों में।
- हरी खाद (Green Manure):
- एक एकड़ खेत में हरी खाद उगाकर उसे फूल आने से पहले मिट्टी में मिला देना चाहिए। इससे लगभग 50-60 किलो नाइट्रोजन के बराबर पोषण मिलता है।
- नीम की खली:
- 200 से 250 किलो प्रति एकड़
- यह मिट्टी में कीट और फफूंद रोगों को कम करने में मदद करती है।
- बायोफर्टिलाइज़र:
- दालों के लिए राइजोबियम, गन्ने के लिए अजोस्पाइरिलम, और धान के लिए ब्लू-ग्रीन एल्गी का इस्तेमाल, पैकेट पर दिए गए निर्देश के अनुसार करना चाहिए।
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खेत की तैयारी और खाद डालने का सही तरीका:
दोस्तों , सिर्फ खाद की मात्रा जान लेना ही काफी नहीं है, उसे सही समय और तरीके से डालना भी उतना ही जरूरी है। सबसे पहले, खेत की जुताई कर लें ताकि मिट्टी मुलायम हो जाए और खाद आसानी से उसमें मिल सके। गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट को सीधे मिट्टी में डालने के बजाय उसे समान रूप से पूरे खेत में फैला दें, फिर हल्की जुताई करके मिट्टी में मिला दें। इससे खाद के पोषक तत्व पौधों की जड़ों तक जल्दी पहुंचते हैं।
अगर आप गन्ना, गेहूं, या धान जैसी फसलें उगा रहे हैं, तो बेसल डोज यानी बुवाई के समय पूरी मात्रा में खाद डालना सबसे अच्छा रहता है। सब्जियों के लिए, आधी मात्रा बुवाई के समय और बाकी आधी मात्रा पौधों के बढ़ते समय देना अच्छा परिणाम देता है।
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ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की मात्रा तय करते समय ध्यान रखने वाली बातें:
- मिट्टी की जांच:
- हर 2-3 साल में मिट्टी की जांच जरूर कराएं। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी मिट्टी में कौन-कौन से पोषक तत्व कम हैं और किस मात्रा में खाद डालनी चाहिए।
- फसल का प्रकार:
- सब्जियों और फलदार फसलों को अनाज की फसलों की तुलना में ज्यादा पोषक तत्व चाहिए होते हैं।
- पानी की उपलब्धता:
- जिन खेतों में सिंचाई की अच्छी सुविधा है, वहां खाद का असर ज्यादा अच्छा दिखता है।
- जलवायु और मौसम:
- गर्म और नमी वाले मौसम में जैविक खाद जल्दी विघटित होकर पौधों को पोषण देती है।
- जैविक और रासायनिक खाद का संतुलन:
- अगर आप ट्रांजिशन फार्मिंग कर रहे हैं, तो शुरू में दोनों का संतुलित इस्तेमाल करें, फिर धीरे-धीरे पूरी तरह ऑर्गैनिक पर शिफ्ट हों।
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Fact About: ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की मात्रा प्रति एकड?
- जैविक खाद से मिट्टी का pH स्तर संतुलित रहता है, जिससे पौधे बेहतर पोषण ले पाते हैं।
- एक टन वर्मी कम्पोस्ट में लगभग 1000 करोड़ लाभकारी सूक्ष्मजीव होते हैं जो मिट्टी की सेहत सुधारते हैं।
- नीम की खली में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं, जो फसल को दीमक और कई तरह के कीटों से बचाते हैं।
- ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर का असर एक मौसम में ही खत्म नहीं होता, बल्कि 2-3 साल तक मिट्टी की उर्वरता बनाए रखता है।
- हरी खाद मिट्टी में लगभग उतना नाइट्रोजन देती है जितना एक बोरी यूरिया देती है, लेकिन बिना किसी साइड इफेक्ट के।
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निष्कर्ष: ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की मात्रा प्रति एकड़?
प्रति एकड़ ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर की सही मात्रा का चुनाव आपकी फसल की जरूरत, मिट्टी की स्थिति और खेती के तरीके पर निर्भर करता है। अगर आप मिट्टी की सेहत और फसल की गुणवत्ता को लंबे समय तक बनाए रखना चाहते हैं, तो ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल सबसे अच्छा विकल्प है। सही मात्रा, सही समय और सही तरीके से खाद डालने से न सिर्फ पैदावार बढ़ती है, बल्कि मिट्टी पीढ़ियों तक उपजाऊ बनी रहती है। याद रखें, खेती में सबसे बड़ा निवेश आपकी मिट्टी की सेहत है, और ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर उस सेहत के लिए सबसे अच्छा पोषण है।
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