मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के घरेलू तरीके – दोस्त की तरह समझे। 

नमस्कार किसान भाइयों हम आपको पहले भी इसी तरह की जानकारी बताते आ रहे हैं  आज हम आपके साथ कुछ नई जानकारी साझा करेंगे। अगर आप खेती करते है या घर में छोटा-मोटा गार्डन बनाया हुआ है, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के घरेलू तरीके – दोस्त की तरह समझे। तो एक बात तो तुझे भी पता होगी – मिट्टी की सेहत अच्छी नहीं होगी, तो फसल या पौधे भी ठीक नहीं उगेंगे। मिट्टी को फर्टाइल यानी उर्वर बनाना बहुत जरूरी है, ताकि उसमें पोषक तत्व भर जाएं और पौधों को पूरा खाना मिले। लेकिन अब सवाल ये है कि मिट्टी की उर्वरता कैसे बढ़ाएं? बाजार से महंगे-महंगे केमिकल खाद लें।

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मिट्टी की उर्वरता क्यों जरूरी है?

आप सबसे पहले यह समझ ले कि मिट्टी की उर्वरता इतनी बड़ी बात क्यों है। देखो , मिट्टी पौधों के लिए वही काम करती है जो हमारे लिए रसोई। अगर रसोई में खाने की चीजें ही नहीं होंगी, तो हम क्या खाएंगे? वैसे ही, अगर मिट्टी में पोषक तत्व – जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम – नहीं होंगे, तो पौधे कहां से ताकत लेंगे? कमजोर मिट्टी में पौधे पतले-दुबले रह जाएंगे, फूल-फल कम आएंगे, और फसल की पैदावार भी घट जाएगी।

मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के घरेलू तरीके – दोस्त की तरह समझे। 

लेकिन आजकल की खेती में लोग ज्यादा केमिकल खाद का इस्तेमाल करते हैं, जिससे मिट्टी की नैचुरल ताकत खत्म हो जाती है। मिट्टी में जो छोटे-छोटे जीव-जंतु होते हैं, जो उसे हेल्दी रखते हैं, वो भी मर जाते हैं। इसलिए हमें घरेलू तरीकों की तरफ जाना चाहिए, जो मिट्टी को लंबे वक्त तक फायदा दें।

 मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के 10 घरेलू तरीके

चलो, अब बात करते हैं उन 10 तरीकों की, जिनसे आप अपनी मिट्टी को हेल्दी और फर्टाइल बना सकते है। यह सारे तरीके हमने खुद आजमाए हैं, और गांव के कई किसान भाइयों से बात करके भी इकट्ठा किए हैं।

1. गोबर और कम्पोस्ट खाद का इस्तेमाल करो

भाई, अगर आपके पास गाय-भैंस हैं, तो समझ ले कि आपके पास सोने की खान है। गोबर की खाद मिट्टी के लिए बेस्ट होती है। इसमें ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं, और ये मिट्टी को ढीला भी करती है, ताकि पौधों की जड़ें आसानी से फैल सकें।

  • गोबर को अच्छे से सुखा लो, फिर उसे मिट्टी में मिला दो।
  • अगर आप कम्पोस्ट बनाना चाहते है, तो अपने किचन का गीला कचरा – जैसे सब्जियों के छिलके, चायपत्ती – एक गड्ढे में डालो, उसमें थोड़ा गोबर डाल दो, और 2-3 महीने में आपकी कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाएगी।
    यह तरीका मिट्टी में ह्यूमस बढ़ाता है, जो मिट्टी को लंबे वक्त तक फर्टाइल रखता है।

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2. हरी खाद का जादू

हरी खाद का नाम सुना है? ये बड़ा आसान और असरदार तरीका है। हरी खाद मतलब कुछ खास पौधे उगाना, जैसे ढैंचा, मूंग, उड़द, या सनई। इन पौधों को फूल आने से पहले ही काटकर मिट्टी में दबा दो।

  • ये पौधे मिट्टी में नाइट्रोजन फिक्स करते हैं, जो पौधों के लिए बहुत जरूरी है।
  • साथ ही, इनके सड़ने से मिट्टी में ऑर्गेनिक मैटर बढ़ता है।
    ये तरीका खासकर उन खेतों के लिए बढ़िया है, जहां मिट्टी सख्त हो गई हो।

3. केंचुओं को बुलाओ – वर्मीकम्पोस्ट बनाओ

केंचुए मिट्टी के बेस्ट फ्रेंड होते हैं। ये मिट्टी को खोदते हैं, ढीला करते हैं, और अपनी कास्टिंग (जो उनका मल होता है) से मिट्टी को पोषक तत्व देते हैं।

  • एक छोटा सा गड्ढा खोदो, उसमें गोबर, पत्ते, और किचन वेस्ट डालो।
  • इसमें कुछ केंचुए डाल दो (बाजार से मिल जाएंगे)।
  • 2-3 महीने में वर्मीकम्पोस्ट तैयार हो जाएगा। इसे मिट्टी में मिला दो।
    केंचुए मिट्टी की हवा और पानी को बैलेंस रखते हैं, जिससे पौधों की ग्रोथ बढ़िया होती है।

4. नीम की खली डालो

नीम की खली मतलब नीम के बीज का पाउडर। ये मिट्टी के लिए बहुत बढ़िया है।

  • नीम की खली में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, और पोटैशियम होता है।
  • ये मिट्टी में मौजूद हानिकारक कीटों और बैक्टीरिया को भी मारती है।
    बस नीम की खली को मिट्टी में अच्छे से मिला दो, और थोड़ा पानी डाल दो। ये तरीका खासकर सब्जियों और फूलों के लिए अच्छा है।

5. राख का कमाल

किचन में जो लकड़ी की राख बचती है, उसे फेंक मत देना। ये मिट्टी के लिए बहुत अच्छी होती है।

  • राख में पोटैशियम और कैल्शियम होता है, जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है।
  • बस इसे मिट्टी में हल्का सा छिड़क दो और अच्छे से मिला दो।
    लेकिन ध्यान रहे, ज्यादा राख मत डालना, वरना मिट्टी का pH बिगड़ सकता है।

6. बेकिंग सोडा का इस्तेमाल

अगर आपकी मिट्टी ज्यादा खट्टी हो गई है (यानी pH कम है), तो थोड़ा सा बेकिंग सोडा काम आ सकता है।

  • एक चम्मच बेकिंग सोडा को एक लीटर पानी में घोल लो, और मिट्टी में डाल दो।
  • इससे मिट्टी का pH बैलेंस होगा, और पौधों को पोषक तत्व लेने में आसानी होगी।
    ये तरीका छोटे गमलों या गार्डन के लिए बढ़िया है।

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7. चूना डालकर मिट्टी को बैलेंस करो

मिट्टी का pH बहुत जरूरी होता है। अगर मिट्टी ज्यादा एसिडिक है, तो चूना (लाइम) डालना अच्छा है।

  • थोड़ा सा चूना मिट्टी में छिड़क दो, और अच्छे से मिला दो।
  • इससे मिट्टी का pH बढ़ेगा, और पौधों को कैल्शियम भी मिलेगा।
    लेकिन पहले मिट्टी का टेस्ट कर लो, ताकि सही मात्रा का चूना डाल सको।

8. फसल चक्र अपनाओ

एक ही खेत में बार-बार एक ही फसल मत उगाओ। फसल चक्र मतलब अलग-अलग फसलें बदल-बदलकर उगाना।

  • जैसे, एक बार गेहूं उगाया, तो अगली बार मूंग या चना उगा लो।
  • इससे मिट्टी के पोषक तत्व बैलेंस रहते हैं, और मिट्टी की सेहत बनी रहती है।
    ये तरीका पुराने जमाने से चला आ रहा है, और आज भी बहुत असरदार है।

9. केले के छिलके और अंडे के छिलके डालो

किचन से निकलने वाले केले के छिलके और अंडे के छिलके मिट्टी के लिए बहुत अच्छे हैं।

  • केले के छिलके में पोटैशियम होता है, जो पौधों की ग्रोथ के लिए जरूरी है।
  • अंडे के छिलके में कैल्शियम होता है, जो मिट्टी को ताकत देता है।
    इन दोनों को सुखाकर पीस लो, और मिट्टी में मिला दो। ये तरीका गमले के पौधों के लिए बढ़िया है।

10. पानी की सही व्यवस्था करो

मिट्टी की उर्वरता सिर्फ खाद से नहीं बढ़ती, पानी भी बहुत जरूरी है।

  • ज्यादा पानी मत डालो, वरना मिट्टी के पोषक तत्व बह जाएंगे।
  • मिट्टी को ढीला रखो, ताकि पानी अच्छे से अंदर जाए।
    सही पानी देने से मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व पौधों तक आसानी से पहुंचते हैं।

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मिट्टी से जुड़े 10 रोचक फैक्ट्स

  1. केंचुए मिट्टी के हीरो हैं – एक एकड़ खेत में मौजूद केंचुए हर साल 50 टन तक मिट्टी को पलट सकते हैं।
  2. मिट्टी में 25% हवा होती है – जी हां, मिट्टी सिर्फ ठोस नहीं होती, उसमें हवा और पानी भी जरूरी है।
  3. 1 चम्मच मिट्टी में करोड़ों बैक्टीरिया – एक चम्मच हेल्दी मिट्टी में 1 करोड़ से ज्यादा सूक्ष्मजीव होते हैं।
  4. मिट्टी की खुशबू का राज – बारिश के बाद मिट्टी की खुशबू एक बैक्टीरिया ‘एक्टिनोमाइसीट्स’ की वजह से आती है।
  5. हरी खाद से 40% तक नाइट्रोजन बढ़ता है – ढैंचा जैसी फसलें मिट्टी में 40% तक नाइट्रोजन बढ़ा सकती हैं।
  6. मिट्टी का pH बहुत मायने रखता है – ज्यादातर पौधों के लिए मिट्टी का pH 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
  7. गोबर की खाद में 3% नाइट्रोजन – 1 किलो गोबर की खाद में करीब 30 ग्राम नाइट्रोजन होता है।
  8. मिट्टी की उम्र करोड़ों साल – कुछ मिट्टियां 1 करोड़ साल से ज्यादा पुरानी होती हैं।
  9. नीम की खली कीट भगाती है – नीम की खली में ‘एजाडिरैक्टिन’ होता है, जो कीटों को भगाता है।
  10. मिट्टी में 5% ऑर्गेनिक मैटर जरूरी – हेल्दी मिट्टी में कम से कम 5% ऑर्गेनिक मैटर होना चाहिए।

 निष्कर्ष:–मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के घरेलू तरीके – दोस्त की तरह समझे। 

भाई, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। ये जो 10 तरीके मैंने आपको बताए, इन्हें आजमाकर देखो । गोबर की खाद, हरी खाद, वर्मीकम्पोस्ट, नीम की खली – ये सारी चीजें आपके घर के आसपास ही मिल जाएंगी। और हां, केमिकल खाद से जितना हो सके बचो। नैचुरल तरीके अपनाओ, ताकि मिट्टी की सेहत भी बनी रहे, और हमारी धरती भी सेफ रहे। अगर आपको कोई और सवाल हो, या कोई नया तरीका पता चले, तो आप मुझे जरूर बताना। 

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताए और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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