नमस्कार किसान भाईयों, आज हम बात करेंगे कि अगर आप भी मक्का की खेती करना चाहते हैं तो सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि मक्का की बुवाई कब करें। सही समय पर बुवाई करने से फसल अच्छी होती है, दाना मोटा और मीठा बनता है और आमदनी भी बढ़िया मिलती है। मक्का एक ऐसी फसल है जो ज्यादा देखभाल नहीं मांगती, बस बुवाई का सही वक्त पता होना चाहिए। तो चलिए आज जानते हैं कि मक्का बोने का सही समय क्या है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मक्का की बुवाई किसान भाइयों के लिए सबसे अहम काम होता है। सही समय पर मक्का बोने से न सिर्फ फसल अच्छी होती है बल्कि मक्का का उत्पादन और पैदावार भी बढ़ जाती है। खरीफ मक्का के लिए जून से जुलाई तक का समय सबसे सही माना जाता है, क्योंकि इस दौरान बारिश का पानी बीजों के अंकुरण में मदद करता है। रबी मक्का के लिए अक्टूबर से नवंबर के बीच बुवाई करनी चाहिए और इस दौरान खेत में नमी बनाए रखना जरूरी है। मक्का के लिए मिट्टी का चयन भी बहुत जरूरी है। दोमट या हल्की काली मिट्टी में मक्का की फसल जल्दी बढ़ती है और दाना मोटा बनता है।

मक्का की बुवाई कब करें: पूरी जानकारी टेबल में?
विषय | विवरण | सुझाव / ध्यान देने योग्य बातें |
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खरीफ मौसम में बुवाई | जून के दूसरे हफ्ते से जुलाई के अंत तक | बारिश का पानी प्राकृतिक खाद की तरह काम करता है, नर्सरी की जरूरत नहीं, सीधे खेत में बोएं |
रबी मौसम में बुवाई | अक्टूबर से नवंबर के बीच | सिंचाई पर ध्यान दें, बीज का उपचार जरूरी है, खेत में नमी बनाए रखें |
मिट्टी का प्रकार | दोमट या हल्की काली मिट्टी | पानी जल्दी न रुके, खेत समतल हो |
खाद / कम्पोस्ट | बुवाई से पहले | मिट्टी की ताकत बढ़ाने के लिए गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें |
बीज का चुनाव | उन्नत और प्रमाणित बीज | रोगमुक्त बीज ही इस्तेमाल करें |
बीज की गहराई | 4–5 सेंटीमीटर | ज्यादा गहरा न बोएं, अंकुरण बेहतर होगा |
पौधों की दूरी | पौधे: 20–25 सेंटीमीटर, पंक्ति: 60–75 सेंटीमीटर | सही दूरी से पैदावार बढ़ती है |
खरपतवार नियंत्रण | समय-समय पर | फसल को नुकसान नहीं पहुंचे, दाना मोटा और मीठा बने |
अनुभवी किसान की सलाह | रामलाल यादव, उत्तर प्रदेश | बारिश में खेत की मेड़ मजबूत रखें, रबी में हल्की सिंचाई करें |
मक्का की बुवाई का सही समय:
मक्का की अच्छी फसल के लिए बुवाई का सही समय सबसे ज्यादा मायने रखता है। अगर आप गलत मौसम में बुवाई कर देंगे तो न तो दाना सही बनेगा और न ही उत्पादन बढ़िया होगा। मक्का की बुवाई के लिए मुख्य तौर पर दो मौसम होते हैं , खरीफ और रबी।
मक्का की पैदावार बढ़ाने के लिए सही बीज और पौधों की दूरी पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। उन्नत और प्रमाणित बीज ही इस्तेमाल करें ताकि फसल रोगमुक्त रहे। बीज को 4–5 सेंटीमीटर गहराई में बोना चाहिए और पौधों के बीच 20–25 सेंटीमीटर तथा पंक्तियों के बीच 60–75 सेंटीमीटर की दूरी रखना सही रहता है। इसके अलावा खेत में समय-समय पर सिंचाई और खाद डालने से मक्का की फसल और भी मजबूत और हरी-भरी होती है। सही मौसम, मिट्टी और बुवाई का तरीका मिलकर मक्का की फसल को बेहतरीन बनाते हैं।
खरीफ मौसम में बुवाई:
खरीफ मौसम में मक्का बोने का चलन सबसे ज्यादा है क्योंकि इस दौरान बारिश होती है जो मक्का के लिए फायदेमंद रहती है।
- जून से जुलाई बेस्ट टाइम:
खरीफ के लिए मक्का की बुवाई का सबसे सही समय जून के दूसरे हफ्ते से लेकर जुलाई के अंत तक माना जाता है। इस दौरान मिट्टी में नमी रहती है जो बीजों के जमने में मदद करती है। - बरसात का सहाराल:
बारिश का पानी मक्का के लिए प्राकृतिक खाद जैसा काम करता है। इसलिए बारिश के मौसम में बोई गई मक्का जल्दी बढ़ती है और पौधे हरे-भरे रहते हैं। - नर्सरी न बनाएं:
खरीफ मक्का को सीधा खेत में ही बोना चाहिए। नर्सरी या ट्रे में बोने की जरूरत नहीं होती।
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रबी मौसम में बुवाई:
कुछ इलाकों में मक्का की रबी फसल भी बोई जाती है। इसके लिए अलग से तैयारी करनी होती है।
- अक्टूबर से नवंबर सही समय:
रबी मौसम में मक्का बोने का सही समय अक्टूबर से लेकर नवंबर के बीच माना जाता है। इस दौरान खेत में नमी होनी चाहिए। - सिंचाई पर ध्यान दें:
रबी की मक्का बारिश पर नहीं बल्कि सिंचाई पर निर्भर रहती है। इसलिए खेत में पानी की व्यवस्था पहले से कर लें। - बीज उपचार जरूरी है:
रबी मौसम में बीज उपचार करना बहुत जरूरी होता है ताकि ठंड में फंगस या बीमारी न लगे।
मक्का बोते समय ध्यान रखने वाली बातें:
सही मौसम के साथ कुछ बातें और भी हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी है। अगर आप इन बातों का ख्याल रखेंगे तो फसल अच्छी होगी और कम नुकसान होगा।
सही खेत का चुनाव:
खेत का चुनाव सही होगा तो पैदावार भी बेहतर होगी।
- मिट्टी उपजाऊ होनी चाहिए:
मक्का के लिए दोमट या हल्की काली मिट्टी बढ़िया मानी जाती है। पानी जल्दी निकलने वाली जमीन होनी चाहिए। - खेत समतल हो:
खेत को समतल करना जरूरी है ताकि पानी जमा न हो और फसल को नुकसान न पहुंचे। - खाद डालना न भूलें:
बुवाई से पहले खेत में गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालना जरूरी है। इससे मिट्टी में ताकत बढ़ती है
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सही बीज और दूरी का ध्यान रखें:
सिर्फ सही मौसम ही नहीं, बीज और बोआई का तरीका भी सही होना चाहिए।
- उन्नत किस्म के बीज लें:
बाजार में मक्का की कई उन्नत किस्में मिलती हैं। कोशिश करें कि हमेशा प्रमाणित और रोगमुक्त बीज ही लें। - पंक्तियों में सही दूरी रखें:
पौधे के बीच में 20 से 25 सेंटीमीटर और पंक्तियों के बीच में 60 से 75 सेंटीमीटर की दूरी रखना सही रहता है। - गहराई ज्यादा न रखें:
बीज को ज्यादा गहराई में न दबाएं। 4 से 5 सेंटीमीटर गहराई काफी है ताकि अंकुरण बढ़िया हो।

निष्कर्ष:
तो दोस्तों, उम्मीद है अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि मक्का की बुवाई कब करें और किन बातों का ध्यान रखें। सही मौसम, सही खेत और सही तरीका ही अच्छी पैदावार की कुंजी है। अगर आपको यह जानकारी काम की लगी हो तो इसे अपने किसान भाईयों के साथ जरूर शेयर करें और ऐसे ही काम की बातें पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर बार-बार आते रहें। खेती से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी हम आपके लिए लाते रहेंगे।
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किसान की सलाह:
हम पिछले 10 साल से मक्का की खेती कर रहे हैं। मेरा अनुभव यही कहता है कि अगर आप सही समय पर बुवाई करते हैं, मिट्टी को तैयार रखते हैं और बीज अच्छा लेते हैं तो मक्का की पैदावार बहुत बढ़िया होती है। खासकर बारिश के मौसम में खेत की मेड़ मजबूत रखनी चाहिए ताकि पानी खड़ा न हो और फसल खराब न हो। रबी में खेत में नमी बनाए रखने के लिए हल्की सिंचाई समय-समय पर करते रहें।
रामलाल यादव, किसान (उत्तर प्रदेश)