कम लागत में मशरूम की खेती: आसान और फायदे का धंधा

नमस्कार दोस्तों हम आपको पहले भी इसी तरह की जानकारी बताते आ रहे हैं  आज हम आपके साथ कुछ नई जानकारी साझा करेंगे।आजकल खेती का खर्चा इतना बढ़ गया है कि हर किसान यही सोचता है कि कुछ ऐसा करूं, जिसमें कम पैसे लगें और अच्छी कमाई हो।

मशरूम की खेती आजकल छोटे और बड़े किसानों के लिए सबसे लाभकारी व्यवसाय बन चुकी है। अगर आप कम लागत में खेती शुरू करना चाहते हैं तो मशरूम आपके लिए सबसे सही विकल्प है। घर पर मशरूम उगाना आसान है और इसके लिए बड़े मशीनरी या खेत की जरूरत नहीं होती। कम निवेश में मशरूम उत्पादन शुरू करके आप जल्दी आमदनी कमा सकते हैं। खासकर उन लोगों के लिए यह अच्छा है जो खेती से अतिरिक्त इनकम की तलाश में हैं।

अगर तुम भी ऐसा कुछ तलाश रहे हो, तो मशरूम की खेती तुम्हारे लिए कमाल की चीज हो सकती है! ये ना सिर्फ कम जगह में होती है, बल्कि पानी भी कम चाहिए और जेब पर बोझ भी नहीं डालती।चाहे तुम घर की मालकिन हो, नौजवान हो, या छोटे खेत वाले किसान, इसे घर के किसी कोने से शुरू कर सकते हो  चलो, आसान-सी भाषा में समझते हैं कि मशरूम की खेती कैसे की जाती है और इससे पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं।

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मशरूम होता क्या है?

मशरूम एक तरह की फफूंद है, लेकिन डरो मत, ये खाने में बहुत स्वादिष्ट और सेहत के लिए फायदेमंद है।  इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स खूब होते हैं। लोग इसे सब्जी की तरह पकाते हैं, और ढाबों-रेस्टोरेंट में इसकी मांग हमेशा रहती है। हमारे देश में खासकर तीन तरह के मशरूम ज्यादा उगाए जाते हैं:

  • बटन मशरूम: गोल और सफेद, सबसे ज्यादा बिकने वाला।
  • ऑयस्टर मशरूम: पंखे जैसा दिखता है, उगाना बहुत आसान।
  • मिल्की मशरूम: गर्म इलाकों में बढ़िया काम करता है।
कम लागत में मशरूम की खेती: आसान और फायदे का धंधा

मशरूम उगाने के लिए क्या चाहिए?

सबसे बड़ी बात, मशरूम की खेती के लिए ज्यादा सामान नहीं चाहिए। जो चाहिए, वो आसानी से और सस्ते में मिल जाता है:

  • जगह: घर का कोई कोना, पुराना कमरा, छत, या छोटा-सा टेंट। बस, जगह साफ और हवा आने-जाने लायक हो।
  • बिस्तर (सब्सट्रेट): गेहूं का भूसा, धान का पुआल या गन्ने की खोई। ये सब सस्ता और आसानी से मिल जाता है।
  • स्पॉन (बीज): मशरूम का बीज, जो कृषि केंद्रों या दुकानों से मिलता है। एक किलो स्पॉन 100-150 रुपये का आता है।
  • प्लास्टिक बैग या ट्रे: इनमें भूसा और बीज भरकर मशरूम उगता है।
  • नमी और तापमान: 60-80% नमी और 20-30 डिग्री तापमान बढ़िया रहता है। ज्यादा सर्दी-गर्मी मशरूम को खराब कर सकती है।

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मशरूम कैसे उगाएं?

अब देखो, मशरूम उगाना इतना आसान है कि कोई नया आदमी भी इसे कर सकता है। स्टेप-बाय-स्टेप बताता हूं। मशरूम उगाना एक ऐसा काम है जिसे आप कम जगह और कम निवेश में भी शुरू कर सकते हैं। सबसे पहले आपको मशरूम की किस्म चुननी होती है, जैसे बटन मशरूम, ऑयस्टर मशरूम या मिल्की मशरूम।

फिर इसके लिए खास तरह का सब्सट्रेट (जैसे गेहूं का भूसा, धान का पुआल या लकड़ी की बुराद) तैयार किया जाता है। सब्सट्रेट को साफ और स्टरलाइज करने के बाद उसमें मशरूम के बीज (स्पॉन) मिलाए जाते हैं। इन्हें ठंडी और अंधेरी जगह में सही नमी और तापमान पर रखा जाता है, ताकि माइसीलियम अच्छी तरह फैल सके।

स्टेप 1: भूसे को तैयार करो

  • धान का पुआल या गेहूं का भूसा लो और इसे छोटे टुकड़ों में काट लो।
  • इसे 6-8 घंटे पानी में भिगो दो। फिर पानी निकालकर उबाल लो, ताकि सारे कीटाणु खत्म हो जाएं।
  • उबालने के बाद भूसे को ठंडा होने दो और हल्का सुखा लो, लेकिन बिल्कुल सूखा नहीं होना चाहिए।

स्टेप 2: बैग भरो

  • बाजार से साफ प्लास्टिक बैग लो।
  • बैग में 2-3 इंच भूसे की परत बिछाओ, फिर उस पर थोड़ा-सा स्पॉन डालो।
  • ऐसे ही परत पर परत चढ़ाते जाओ। बैग भर जाए, तो उसे बांध दो और 10-15 छोटे छेद कर दो, ताकि हवा पास करे।

स्टेप 3: इनक्यूबेशन (बीज का फैलना)

  • इन बैग्स को किसी अंधेरे और नम जगह पर रखो, जहां तापमान 20-25 डिग्री हो।
  • 15-20 दिन में बैग में सफेद धागे जैसा जाल दिखेगा। इसे मायसेलिययम कहते हैं। इसका मतलब मशरूम की जड़ें बन रही हैं।

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स्टेप 4: मशरूम का निकलना

  • जब मायसेलिययम अच्छे से फैल जाए, बैग को थोड़ी रोशनी वाली जगह पर ले जाओ।
  • दिन में 2-3 बार हल्का पानी छिड़कते रहो, ताकी नमी बनी रहे।
  • 5-7 दिन में छोटे-छोटे मशरूम दिखने लगेंगे। जब ये अच्छे से बढ़ जाएं, तो इन्हें काट लो।

कितना खर्चा, कितनी कमाई?

चलो, अब पैसे की बात। मान लो तुम छोटे स्तर पर 100 बैग से शुरू करते हो। “कितना खर्चा, कितनी कमाई?” का सवाल हर किसान, व्यापारी और निवेशक के दिमाग में सबसे पहले आता है। किसी भी काम को शुरू करने से पहले हमें उसका पूरा खर्चा जानना जरूरी होता है, ताकि हम अंदाजा लगा सकें कि हमारे पास जितनी पूंजी है,

उससे काम शुरू हो पाएगा या नहीं। खर्चा सिर्फ शुरुआती निवेश तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसमें बीज, खाद, पानी, मजदूरी, मशीनरी, रख-रखाव और परिवहन जैसे कई छोटे-बड़े खर्च भी शामिल होते हैं। अगर ये गणना सही तरीके से की जाए, तो बीच में पैसों की कमी की समस्या नहीं आती और काम सुचारू रूप से चलता है।

  • खर्चा:
    • भूसा: 1200-1500 रुपये
    • स्पॉन: 1500-2500 रुपये
    • बैग और बाकी सामान: 800-1200 रुपये
    • कुल:10000-15000 रुपये
  • कमाई:
  • एक बैग से 1-2 किलो मशरूम निकलता है। 100 बैग से 100-200 किलो मशरूम हो गया।
  • बाजार में मशरूम 120-200 रुपये किलो बिकता है। अगर 150 रुपये किलो भी लें, तो 100 किलो से 15,000 और 200 किलो से 30,000 रुपये की कमाई।
  • मजे की बात, एक बैग से 2-3 बार फसल मिल सकती है, तो मुनाफा और बढ़ जाता है। 

मशरूम बेचो कैसे?

मशरूम की मांग हर जगह है, तो बेचने की फिक्र मत करो। कुछ आसान तरीके:

  • लोकल बाजार: सुबह मंडी में ले जाओ, लोग फटाफट खरीद लेंगे।
  • ढाबे-रेस्तरां: पास के होटल-ढाबों से बात करो, वो ताजा मशरूम लेने को तैयार रहते हैं।
  • ऑनलाइन: व्हाट्सएप, फेसबुक्ब, या लोकल डिलीवरी ऐप्स पर बेच सकते हो।
  • प्रोसेसिंग: मशरूम को सुखाकर या अचार बनाकर बेचो, इससे दाम और अच्छे मिलते हैं।

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क्या सावधानी रखें?

  • सफाई: बैग, जगह, और हाथ-पैर सब साफ रखो। गंदगी से मशरूम खराब हो सकता है।
  • पानी: ज्यादा पानी मत छिड़कना, वरना मशरूम सड़ जाएगा।
  • तापमान-नमी: बार-बार चेक करो। ज्यादा गर्मी या सूखापन मशरूम को चौपट कर सकता है।
  • कीटाणु: भूसे को अच्छे से उबालो, ताकि कोई कीटाणु न बचे।

निष्कर्ष:कम लागत में मशरूम की खेती: आसान और फायदे का धंधा

मशरूम की खेती एक ऐसा धंधा है, जो कम पैसे में शुरू करके तुम्हें आत्मनिर्भर बना सकता है। थोड़ी-सी ट्रेनिंग लो (कृषि केंद्रों पर फ्री मिलती है), जरा मेहनत करो, और सही तरीके से शुरू करो। छोटी-सी शुरुआत से तुम इसे बड़ा बिजनेस बना सकते हो। तो अब इंतजार किस बात का? मशरूम की खेती शुरू करो और कमाई की नई राह पकड़ो। 

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