प्रणाम किसान भाइयों , अगर आप बिहार के किसान हैं और खेती में नई मशीनें लेना चाहते हैं, तो बिहार कृषि यंत्र अनुदान योजना आपके लिए बहुत काम की योजना है। इस योजना का मकसद है कि किसानों को खेती में लगने वाले आधुनिक उपकरण कम दाम में उपलब्ध कराए जाएं ताकि उनकी मेहनत कम हो और उत्पादन ज़्यादा। सरकार खेती को स्मार्ट बनाने के लिए तरह-तरह की मशीनों जैसे ट्रैक्टर, रीपर, हैप्पी सीडर, पावर टिलर, थ्रेशर और स्प्रे मशीन पर सीधी सब्सिडी देती है।

यह योजना क्या है और इसका फायदा क्या है?
किसान भाइयों , आपको बता दें कि बिहार कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को खेती के आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए 40% से लेकर 80% तक की सब्सिडी देती है। इसका मतलब ये हुआ कि अगर कोई मशीन 1 लाख की है, तो किसान को सिर्फ 20,000 से 60,000 रुपये तक ही देना पड़ सकता है, बाकी रकम सरकार देती है।
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इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?
- सबसे पहले किसान को dbtagriculture.bihar.gov.in वेबसाइट पर जाकर कृषि यंत्र अनुदान वाले सेक्शन में आवेदन करना होता है।
- आवेदन करते समय किसान का आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन से जुड़ा दस्तावेज़, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो लगाना जरूरी होता है।
- एक बार आवेदन स्वीकृत हो जाने के बाद, किसान को अधिकृत डीलर से मशीन खरीदनी होती है।
- खरीद के बाद सब्सिडी की राशि किसान के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाती है।
इस योजना का मकसद सिर्फ मशीन देना नहीं है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वो खुद तकनीकी खेती सीख सकें और कम समय में ज़्यादा पैदावार कर सकें।
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किसे मिलेगा ज्यादा लाभ:
दोस्तों आपको बता दें कि इस योजना में प्राथमिकता छोटे, सीमांत और अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को दी जाती है। महिलाओं को भी खास प्रोत्साहन दिया गया है ताकि वो भी खेती में सक्रिय भूमिका निभा सकें। जो किसान किसान रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पहले से रजिस्टर्ड हैं, उन्हें आवेदन में आसानी होती है।
योजना की कुछ ख़ास बातें?
- ऑनलाइन पारदर्शी प्रक्रिया: सब कुछ ऑनलाइन है, जिससे दलालों की कोई भूमिका नहीं रहती।
- सीधा लाभ बैंक खाते में: सब्सिडी डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के ज़रिए सीधे बैंक खाते में आती है।
- मशीनों की विविधता: ट्रैक्टर, कल्टीवेटर, सीड ड्रिल, थ्रेशर, स्प्रेयर, रीपर, आदि लगभग हर खेती की ज़रूरत की मशीन शामिल है।
- हर जिले में लागू: बिहार के सभी जिलों के किसान इसका लाभ उठा सकते हैं।
- वार्षिक अपडेट: हर साल सरकार नए यंत्र और रेट लिस्ट जोड़ती है, जिससे किसानों को बेहतर विकल्प मिलते हैं।
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5. Fact About: बिहार कृषि यंत्र अनुदान योजना
- बिहार में अब तक इस योजना से 2 लाख से ज़्यादा किसान लाभ उठा चुके हैं।
- सरकार ने 2025 में इस योजना के लिए 200 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बजट तय किया है।
- जिन जिलों में पराली जलाने की समस्या थी, वहाँ हैप्पी सीडर मशीन पर सबसे ज़्यादा सब्सिडी दी गई है।
- अब महिलाएं भी महिला किसान समूह बनाकर सामूहिक रूप से कृषि यंत्रों पर अनुदान ले सकती हैं।
- सरकार हर साल कृषि यंत्र मेला लगाती है जहाँ किसान लाइव मशीनें देखकर खरीद का फैसला कर सकते हैं।
किसानों के लिए सलाह:
दोस्तों , अगर आप बिहार के किसान हैं और खेती में आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो बिहार कृषि यंत्र अनुदान योजना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं। तो किसान भाइयों आपको यह जानकारी कैसी लगी अगर अच्छी लगी हो तो आप हमे कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।