नमस्कार किसान भाइयों, अगर आप सोच रहे हैं कि किसी ऐसी फसल की खेती की जाए जिसमें लागत कम हो, देखभाल आसान हो और मुनाफा अच्छा मिले तो बैगन (Brinjal/Eggplant) की उन्नत खेती आपके लिए एकदम सही है। बैगन की उन्नत खेती कैसे करें
इस लेख में हम आपको बैगन की खेती के सारे जरूरी स्टेप्स बताएंगे, बिल्कुल वैसे जैसे कोई दोस्त बैठकर समझा रहा हो।
1. बैगन की खेती के लिए सही मौसम।
बैगन एक गर्म मौसम की फसल है, लेकिन हल्की ठंड में भी इसकी खेती हो जाती है।
- खरीफ सीजन: जून-जुलाई में बोवाई करें
- रबी सीजन: अक्टूबर-नवंबर में बोवाई करें
- 20 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान बैगन के लिए सबसे सही होता है।

2. मिट्टी कैसी होनी चाहिए?
बैगन लगभग हर तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन उपजाऊ दोमट मिट्टी में इसका उत्पादन सबसे अच्छा होता है।
- pH 6 से 7.5 के बीच हो तो बेस्ट रहेगा।
- पानी निकासी वाली ज़मीन हो, नहीं तो जड़ सड़ सकती है।
- खेत की तैयारी से पहले गोबर या वर्मी कम्पोस्ट डालें।
यह भी जाने – 2025 मे best जैविक कीटनाशक घर पर कैसे बनाएं? पूरी जानकारी आसान भाषा में।
3. बैगन की उन्नत किस्में कौन-सी हैं?
अच्छी क्वालिटी और ज्यादा उत्पादन के लिए उन्नत किस्मों का चुनाव करना बहुत जरूरी है।
- पीपीएच 5, भवानी, आर्का नीलकंठ, पंत सम्राट, जवाहर बैगन 64।
- ये किस्में रोग प्रतिरोधक भी होती हैं और जल्दी फल भी देती हैं।
4. बीज की तैयारी और बुवाई कैसे करें?
अच्छी फसल की शुरुआत बीज से होती है। इसलिए बीज का चयन और नर्सरी सही तरीके से करना जरूरी है।
- प्रति एकड़ करीब 100 से 150 ग्राम बीज काफी होता है।
- बीज को बोने से पहले 12 घंटे फफूंदनाशक दवा (जैसे कैप्टन) में भिगो दें।
- नर्सरी में 25-30 दिन बाद जब पौधे 5-6 इंच के हो जाएं, तब खेत में रोपाई करें।
5. खेत की तैयारी और रोपाई का तरीका
अच्छा उत्पादन पाने के लिए खेत की तैयारी में कोई कसर न छोड़ें।
- खेत को 2-3 बार जुताई कर के भुरभुरा बना लें।
- 60×60 या 75×60 सेंटीमीटर की दूरी पर पौधों की रोपाई करें।
- जैविक खाद और नीम खली का इस्तेमाल क।रें
6. सिंचाई का तरीका और टाइमिंग।
बैगन की फसल को जरूरत के हिसाब से पानी देना बहुत जरूरी है।
- गर्मियों में हर 5 से 6 दिन में एक बार सिंचाई करें।
- ठंड में 7-10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
- फूल और फल लगने के समय पानी की कमी न होने दें।

7. उर्वरक और खाद कब-कितना देना चाहिए?
संतुलित खाद देने से पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है और फल ज्यादा लगते हैं।
- गोबर की खाद – 15-20 टन प्रति एकड़
- नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P) और पोटाश (K) – 60:40:40 किलो प्रति एकड़
- खाद को दो हिस्सों में डालें , एक रोपाई के समय और दूसरी फूल आने से पहले
8. रोग और कीट नियंत्रण।
बैगन की फसल में सबसे ज्यादा नुकसान कीट और रोगों से होता है, लेकिन थोड़ी सावधानी से इसे रोका जा सकता है।
- फल छेदक कीट: इंडोक्साकार्ब या स्पिनोसाड छिड़काव करें।
- जीवाणु झुलसा: कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का स्प्रे करें।
- सफेद मक्खी और माईट: नीम तेल या जैविक कीटनाशक का प्रयोग करें।
- समय-समय पर खेत का निरीक्षण करते रहें।
यह भी जाने – 2025 बकरी पालन से हर महीने कमाई। गांव में शुरू करें ये जबरदस्त बिजनेस।
9. फसल की तुड़ाई और उत्पादन।
फूल आने के 60-80 दिन बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं।
- फल ना ज्यादा कच्चा हो और ना ही ज्यादा पका हो।
- हर 5-7 दिन में तुड़ाई करें ताकि नए फल आते रहें।
- प्रति एकड़ 150 से 250 क्विंटल तक उपज मिल सकती है (किस्म और देखभाल पर निर्भर)।
10. बैगन बेचने का सही तरीका।
अगर आप बैगन की सही कीमत पाना चाहते हैं तो मंडी या लोकल बाजार से आगे भी सोचें।
- नजदीकी कृषि मंडियों में संपर्क करें।
- सब्जी प्रोसेसिंग यूनिट या किचन मार्केट से सीधे डील करें।
- लोकल हाट-बाजार या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें।
निष्कर्ष – बैगन की खेती क्यों है फायदेमंद?
बैगन की खेती ना सिर्फ आसान है, बल्कि इसमें कम लागत में भी अच्छी कमाई की जा सकती है। बस आपको उन्नत बीज, सही समय, संतुलित खाद और थोड़ा सा टेक्निकल ध्यान रखने की जरूरत है। अगर आप इसे स्मार्ट तरीके से करें, तो महीने में अच्छी आमदनी भी हो सकती है और खेती से आत्मनिर्भरता भी।
अगर आपको यह गाइड अच्छी लगी हो तो इसे अपने किसान भाईयों तक जरूर पहुंचाएं, ताकि वे भी बैगन की उन्नत खेती से कमाई कर सकें।