पशुपालन क्या है, इसका अर्थ, परिभाषा एवं महत्व | animal husbandry meaning in hindi
What is Animal husbandry?, Meaning and definition of Animal husbandry
Animal husbandry : कृषि आधारित भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुपालन (animal husbandry) एक अभिन्न अंग रहा है। पशुपालन के बिना देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था अधूरा सा लगता है। देश की बढ़ती हुई जनसंख्या को भोजन उपलब्ध कराने में पशुपालन का विशेष योगदान रहा है। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से देश में पशुपालन के विकास में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही हैंं।
पशुपालन का अर्थ |animal husbandry meaning in hindi :
पशुपालन शब्द की उत्पत्ति “पशु एवं पालन” से हुई है, जिसमें पशु का तात्पर्य उन आर्थिक महत्व वाले जानवरों (जैसे – गाय, भैस, बकरी, मछली व घोड़ा आदि) से है जिसका उपयोग हम अपनी विभिन्न प्रकार की मानवीय आवश्यकता की पूर्ती (जैसे – दूध, मांस,
श्रम, मनोरंजन आदि) के लिए उपयोग करते है जबकि पालन शब्द का अर्थ खान-पान, प्रजनन एवं देखभाल करने से लगाया जाता हैं। अर्थात शाब्दिक अर्थो मे पशुपालन का अर्थ, आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण पशुओं का वैज्ञानिक ढंग से खानपान, प्रजनन एवं देखभाल करना पशुपालन कहलाता है।
पशुपालन की परिभाषा | animal husbandry definition in hindi :
व्यवहारिक ज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत आर्थिक महत्व वाले पशुओं की स्वस्थ एवं मितव्ययतापूर्ण पालन करने की कला का ज्ञान कराती है पशुपालन कहलाती हैं। इसके अंतर्गत हम पशुओं के प्रजनन, पोषण, रहन-सहन एवं उसके चिकित्सा संबंधित विभिन्न पहलुओं को विस्तार से अध्ययन करते हैं।
पशुपालन का इतिहास | history of animal husbandry :
अगर पशुपालन का इतिहास देखा जाए तो इसका इतिहास काफी पुराना है जब मनुष्य झुंड में जंगलों में अपना जीवन व्यतीत करते थे तो वह अपने भूख को मिटाने के लिए जंगली फल-फूलो के साथ ही साथ पशुओं का शिकार करके अपने भूख को मिटाया करते थे। लेकिन जैसे-जैसे मानव का विकास हुआ तो वह अपनी आवश्यकता के अनुरूप अपने भोजन व कार्यों के लिए विभिन्न प्रकार के पशुओं को पालने-पोसने का कार्य करने लगे। दूध की आवश्यकता की पूर्ति के लिए उसने गायों व भैंसों को, कृषि कार्यों के लिए बैल व घोड़ों को, अंडा व मांस की आवश्यकता की पूर्ति के लिए उसने मुर्गियों व बकरियों आदि को पालने-पोसने लगे तथा वहीं से पशुपालन का नीव पड़ा जो आधुनिक समय में पशुपालन एक उज्जवल व्यवसाय के रूप में तेजी से उभर रहा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्व | importance of animal husbandry in indian economy :
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में पशुपालन का महत्वपूर्ण स्थान है। हो भी क्यों ना भारत दुनिया का सबसे बड़ा पशुधन आबादी वाला देश जो है। विश्व की कुल गायों व भैंसों की संख्या से अगर देखा जाए तो हमारा देश इनकी संख्या के मामले में प्रथम स्थान रखता है जबकि कुल बकरियों व भैंसों के मामले में क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान पर आता है। वहीं दूसरी तरफ अगर अंडा उत्पादन की बात की जाए तो हमारा देश कुल अंडा उत्पादक देश के मामले में भी तीसरे स्थान पर खड़ा है। वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद यानी जी.पी.डी. की बात की जाए तो देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का जो 18% योगदान है उसमें पशुपालन का योगदान एक तिहाई से भी अधिक है।
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