खेती कितने प्रकार की होती है? प्रणाम किसान भाइयों जैसा की आप सभी को पता है की भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हमेशा खेती ही रही है। अगर आप गांव में रहते हैं तो आपको चारों तरफ खेत ही नजर आते होंगे और अगर शहर में रहते हैं तो भी आपके खाने की थाली तक अनाज, दाल, सब्जियां और फल किसान भाई की मेहनत से ही पहुंचते हैं।
अब अक्सर लोग यह सवाल करते हैं कि खेती कितने प्रकार की होती है और आखिर इनकी खासियत क्या है? तो चलिए इस आर्टिकल में हम इसी सवाल का जवाब इंसानी भाषा में और विस्तार से समझते हैं।

1. पारंपरिक खेती
सबसे पहले आती है पारंपरिक खेती, जिसे हमारे दादा-परदादा से लेकर आज तक किसान अपनाते आ रहे हैं। इस खेती में बैलों से हल जोतना, सिंचाई के लिए कुएं या नहरों का इस्तेमाल और जैविक खाद का प्रयोग होता है। यह खेती ज़मीन की प्राकृतिक उपजाऊ शक्ति पर आधारित होती है। हालांकि इसमें उत्पादन कम होता है, लेकिन इसका स्वाद और गुणवत्ता आज भी लोगों को बहुत पसंद है।
2. वाणिज्यिक खेती
अब बात करते हैं वाणिज्यिक खेती की। इस तरह की खेती का मकसद सिर्फ आत्मनिर्भर होना नहीं, बल्कि मुनाफा कमाना भी है। इसमें गन्ना, कपास, तंबाकू, चाय और कॉफी जैसी फसलें ली जाती हैं, जिन्हें बाजार में ऊंचे दाम पर बेचा जाता है। यहां वैज्ञानिक तकनीक, आधुनिक मशीनें और हाइब्रिड बीज का इस्तेमाल ज्यादा होता है।
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खेती कितने प्रकार की होती है? से जुड़े किसानों के कुछ सवाल?
सवाल | जवाब |
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खेती कितने प्रकार की होती है? | खेती मुख्य रूप से कई प्रकार की होती है जैसे पारंपरिक, आधुनिक, मिश्रित और वाणिज्यिक खेती। |
भारत में खेती के प्रमुख प्रकार कौन-कौन से हैं? | भारत में पारंपरिक खेती, आधुनिक खेती, वाणिज्यिक खेती और फसल आधारित खेती प्रमुख हैं। |
आधुनिक खेती क्या है? | आधुनिक खेती में मशीनों, उर्वरक और नई तकनीक का उपयोग किया जाता है। |
पारंपरिक खेती क्या होती है? | पारंपरिक खेती पुराने तरीकों और बैल, हल जैसी साधनों से की जाती है। |
मिश्रित खेती किसे कहते हैं? | जब किसान एक साथ फसल और पशुपालन करता है तो इसे मिश्रित खेती कहते हैं। |
वाणिज्यिक खेती क्यों की जाती है? | वाणिज्यिक खेती बाजार में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए की जाती है। |
भारत में कृषि का महत्व क्या है? | भारत में कृषि लोगों की आजीविका और खाद्य सुरक्षा का सबसे बड़ा स्रोत है। |
फसल आधारित खेती क्या होती है? | जब किसान मौसम और क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग फसलों की खेती करता है तो इसे फसल आधारित खेती कहते हैं। |
3. मिश्रित खेती
मिश्रित खेती का मतलब है एक ही जमीन पर कई तरह की फसलें उगाना। जैसे किसान भाई गेहूं के साथ दालें या सब्जियां भी लगाते हैं। इसका फायदा यह होता है कि अगर एक फसल खराब हो जाए तो दूसरी से नुकसान की भरपाई हो सके। साथ ही जमीन की उर्वरता भी बनी रहती है।
4. स्थानांतरित खेती
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में यह खेती ज्यादा देखने को मिलती है, जहां जंगलों को काटकर एक समय के लिए खेती की जाती है और फिर कुछ साल बाद नई जगह पर शिफ्ट कर दी जाती है। इसे झूम खेती भी कहा जाता है। हालांकि अब यह धीरे-धीरे कम हो रही है क्योंकि इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।
5. बागवानी खेती
अगर आपने कभी आम के बगीचे या सेब के बागान देखे हों तो वह बागवानी खेती का उदाहरण है। इसमें फलों, फूलों और मसालों की खेती की जाती है। यह किसानों के लिए ज्यादा मुनाफे वाली खेती मानी जाती है क्योंकि बाजार में फलों और फूलों की हमेशा डिमांड रहती है।

6. जैविक खेती
आजकल सबसे ज्यादा चर्चा जैविक खेती की होती है। इसमें रसायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं किया जाता, बल्कि गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट और प्राकृतिक तरीकों का उपयोग किया जाता है। इससे न सिर्फ फसल का स्वाद और पोषण अच्छा रहता है बल्कि जमीन की उर्वरता भी लंबे समय तक बनी रहती है।
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7. आधुनिक और तकनीकी खेती
ड्रोन, सेंसर, स्मार्ट सिंचाई और डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग अब खेती में भी होने लगा है। इसे ही हम आधुनिक खेती कहते हैं। इसमें कम लागत में ज्यादा उत्पादन लिया जा सकता है और पानी-बिजली जैसी संसाधनों की भी बचत होती है। आने वाले समय में यही खेती भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी।
खेती से जुड़े 5 रोचक फैक्ट्स
- भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कृषि उत्पादक देश है।
- हरियाणा और पंजाब को भारत का “अनाज का कटोरा” कहा जाता है।
- दुनिया की 70% कपास की खेती भारत और चीन में होती है।
- जैविक खेती से पैदा अनाज का स्वाद और पोषण दोनों बेहतर होता है।
- आधुनिक खेती में ड्रोन से दवाई और खाद छिड़कना अब आम बात हो गई है।
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खेती कितने प्रकार की होती है – FAQs
Q1. खेती कितने प्रकार की होती है?
Ans: खेती मुख्य रूप से पारंपरिक, वाणिज्यिक, मिश्रित, स्थानांतरित, बागवानी, जैविक और आधुनिक खेती जैसे प्रकारों में की जाती है।
Q2. भारत में सबसे ज्यादा किस तरह की खेती होती है?
Ans: भारत में सबसे ज्यादा अनाज आधारित पारंपरिक और वाणिज्यिक खेती होती है।
Q3. जैविक खेती क्यों जरूरी है?
Ans: जैविक खेती से मिट्टी की सेहत अच्छी रहती है, फसल का स्वाद बेहतर होता है और इंसान की सेहत पर भी इसका अच्छा असर पड़ता है।
Q4. क्या आधुनिक खेती महंगी है?
Ans: शुरुआती निवेश ज्यादा हो सकता है, लेकिन लंबे समय में यह ज्यादा उत्पादन और मुनाफा देती है।
Q5. बागवानी खेती से किसान को क्या फायदा होता है?
Ans: इसमें फल और फूलों जैसी महंगी फसलें लगाई जाती हैं जिससे किसान को सीधा बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं।
निष्कर्ष: खेती कितने प्रकार की होती है?
तो किसान भाइयों अब आपने समझ लिया होगा कि खेती कितने प्रकार की होती है और क्यों हर तरह की खेती की अपनी अलग-अलग खासियत है। भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में अलग-अलग इलाकों और मौसम के हिसाब से खेती के तरीके भी बदलते हैं। यही विविधता हमारी थाली को रंग-बिरंगा और पोषण से भरपूर बनाती है।
Disclaimer:
यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। खेती से जुड़ा कोई बड़ा फैसला लेने से पहले स्थानीय कृषि विशेषज्ञ या सरकारी विभाग की सलाह जरूर लें। यहां दी गई जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध स्रोतों और सामान्य ज्ञान पर आधारित है।