किसान भाइयों भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां धान यानी चावल की खेती सबसे ज़्यादा की जाती है। लेकिन असली सवाल ये है – कौन सी धान की किस्म सबसे बेहतरीन है? कौन-सी किस्म कम समय में ज़्यादा उत्पादन देती है? कौन-सी किस्म रोग प्रतिरोधक है? और कौन-सी किस्म बाजार में अच्छा रेट देती है?
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तो चलो दोस्त, आज इसी टॉपिक पर एकदम देसी अंदाज़ में पूरी बात करते हैं। ताकि तुम्हें दूसरी वेबसाइट पर जाने की ज़रूरत न पड़े।

भारत में धान की खेती का महत्व
भारत में धान केवल एक फसल नहीं बल्कि करोड़ों किसानों की कमाई, परंपरा और भोजन का हिस्सा है। लगभग हर राज्य में चावल खाया जाता है और हर जगह की अपनी खास किस्म होती है – जैसे बासमती पंजाब-हरियाणा में, तो साबरमती गुजरात में।
धान की सही किस्म चुनना मतलब:
- उत्पादन में इज़ाफा
- लागत में कमी
- बाजार में अच्छा दाम
- मौसम और मिट्टी के अनुसार सही ग्रोथ
इसलिए धान की किस्म चुनना बिल्कुल ऐसे है जैसे फोन खरीदते समय कंपनी और फीचर्स देखना।
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भारत की टॉप 10 बेहतरीन धान की किस्में
भारत में धान की खेती सदियों से होती आ रही है और यहां की जलवायु इसे उगाने के लिए बेहद अनुकूल है। देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों ने समय के साथ कई उन्नत और उच्च उत्पादन देने वाली धान की किस्में अपनाई हैं। इन किस्मों का चुनाव जलवायु, मिट्टी की किस्म, पानी की उपलब्धता और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को ध्यान में रखकर किया जाता है। कुछ धान की किस्में कम समय में तैयार हो जाती हैं, जबकि कुछ अधिक उपज देती हैं या स्वाद में बेहतरीन होती हैं।
भारत की टॉप 10 बेहतरीन धान की किस्मों में विजेता, स्वर्णा सब-1, राजेंद्र महास्वर्ण, नरेन्द्र 359, बासमती 1121, शताब्दी, पूसा बासमती-1, हाइब्रिड 6444 गोल्ड, इर-64 और जया शामिल हैं। ये किस्में न सिर्फ उत्पादन के मामले में अव्वल हैं, बल्कि इनमें रोगों का खतरा भी कम होता है और बाजार में इनका दाम भी अच्छा मिलता है। इन किस्मों को अपनाकर किसान अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
क्र. | धान की किस्म | पकने का समय | औसत उत्पादन (क्विंटल/हे.) | विशेषताएं |
1 | Pusa Basmati 1121 | 140 दिन | 45-50 | लंबा दाना, निर्यात के लिए बढ़िया |
2 | Swarna Sub-1 | 135 दिन | 50-55 | जलभराव सहनशील, बाढ़ग्रस्त इलाकों के लिए बेस्ट |
3 | MTU-1010 | 120-130 दिन | 55-60 | दक्षिण भारत में लोकप्रिय, मध्यम दाना |
4 | IR-64 | 100-110 दिन | 60-65 | जल्दी पकने वाली किस्म, बाजार में डिमांड ज़्यादा |
5 | PR-126 | 115 दिन | 65-70 | पंजाब/हरियाणा में प्रयोगशाला से विकसित, कम समय में ज्यादा उत्पादन |
6 | DRR Dhan 45 | 125 दिन | 60 | रोग प्रतिरोधक, सूखा सहनशील |
7 | BPT 5204 | 135 दिन | 50 | आंध्र प्रदेश में प्रसिद्ध, बासमती जैसा स्वाद |
8 | HMT | 140-145 दिन | 55 | उत्तम सुगंध, उत्तम स्वाद |
9 | Rajendra Bhagwati | 130 दिन | 55 | बिहार में लोकप्रिय, रोग प्रतिरोधक |
10 | Vijeta Dhan | 110-120 दिन | 60-65 | पूर्वांचल और उत्तर भारत में उपयोगी |
भारत की बेस्ट धान की किस्में – एक-एक कर समझते हैं
1. Pusa Basmati 1121
अगर तुम बासमती चावल उगाना चाहते हो जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिक सके, तो ये किस्म सबसे ऊपर है। इसका दाना पकने पर बहुत लंबा हो जाता है और खुशबू भी शानदार होती है। हालांकि इसकी खेती में थोड़ा समय लगता है, लेकिन दाम अच्छा मिलता है।
2. Swarna Sub-1
ये किस्म खास तौर पर उन इलाकों के लिए है जहां बारिश ज़्यादा होती है या खेत में पानी भर जाता है। जलभराव सहनशील किस्म है और इसका उत्पादन भी अच्छा है। खासकर बिहार, बंगाल और असम के लिए एकदम सटीक।
3. MTU-1010
दक्षिण भारत के कई राज्यों में ये किस्म सबसे ज़्यादा बोई जाती है। इसका दाना मध्यम आकार का होता है और पकने में भी ज़्यादा समय नहीं लेती।
4. IR-64
ये एक पुरानी लेकिन बहुत भरोसेमंद किस्म है। जल्दी पकती है और पैदावार भी बढ़िया होती है। जिन किसानों को सीजन के बीच में दो फसलें लेनी होती हैं, उनके लिए यह वरदान जैसी है।
5. PR-126
पंजाब और हरियाणा के किसान इसे ज़्यादा पसंद करते हैं क्योंकि ये कम समय में पक जाती है। इससे पानी की खपत भी कम होती है और खेत जल्दी खाली हो जाता है।
6. DRR Dhan 45
अगर तुम्हारा खेत बारिश के भरोसे है, तो ये सूखा सहनशील किस्म तुम्हारे लिए सबसे सही है। इसमें रोगों का खतरा भी कम होता है।
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7. BPT 5204
इस किस्म को “Samba Masuri” भी कहा जाता है। इसका स्वाद और सुगंध बासमती जैसा होता है लेकिन लागत कम आती है।
8. HMT
महाराष्ट्र और मध्य भारत में इसकी खूब मांग है। सुगंधित होती है और खाने में बेहद स्वादिष्ट। हालांकि पैदावार थोड़ी कम हो सकती है।
9. Rajendra Bhagwati
बिहार की पसंदीदा किस्मों में से एक है। इसकी सबसे खास बात है कि ये रोगों से लड़ने की क्षमता रखती है।
10. Vijeta Dhan
ये एक नयी किस्म है जो खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। जल्दी पकती है, उत्पादन अच्छा देती है और इसमें रोगों का खतरा भी कम होता है।

धान की किस्म चुनते समय ध्यान देने वाली बातें
धान की खेती में सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि किसान कौन-सी किस्म का चुनाव करता है। अगर किस्म मिट्टी, मौसम और पानी की उपलब्धता के हिसाब से सही चुनी जाए, तो उत्पादन भी अच्छा होता है और रोगों से नुकसान भी कम होता है। इसलिए किस्म चुनते वक्त सबसे पहले अपने इलाके की जलवायु, मिट्टी की किस्म, फसल अवधि (early या late) और सिंचाई की सुविधा को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।
इसके अलावा किसान को यह भी देखना चाहिए कि चुनी गई धान की किस्म रोग प्रतिरोधी हो, अधिक उत्पादन देने वाली हो और बाजार में अच्छी कीमत पाने वाली हो। कुछ किस्में बाढ़ या सूखा सहन कर सकती हैं, तो कुछ किस्में झुलसा या झोंका रोग से बचाव करती हैं। जैसे – ‘विजेता’, ‘PB-1121’, ‘सार्थक’, ‘नरेंद्र 97’ जैसी किस्में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। सही किस्म का चुनाव खेती की आधी जीत होती है।
- मिट्टी और मौसम के अनुसार चुनाव करो – हर किस्म हर जगह नहीं चलती।
- जलवायु का ध्यान रखो – सूखा क्षेत्र है तो सूखा सहनशील किस्म चुनो।
- बाजार की मांग समझो – कौन-सी किस्म का रेट ज़्यादा मिलता है?
- किस्म की लाइफ और पकने का समय देखो – ताकि अगली फसल की तैयारी समय पर हो सके।
- रोग प्रतिरोधक किस्मों को प्राथमिकता दो – इससे स्प्रे और दवा का खर्च कम होगा।
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धान की किस्म से जुड़ी 10 रोचक बातें
किसान भाइयों, हम अक्सर सिर्फ यही सोचते हैं कि धान बोना है, पानी देना है और फसल काटनी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि धान की किस्में भी अपने आप में एक विज्ञान होती हैं? जी हां, हर किस्म की अपनी खास पहचान, खुशबू, स्वाद और उत्पादन क्षमता होती है। कुछ किस्में सिर्फ पहाड़ी इलाकों के लिए बनी हैं तो कुछ मैदानी भागों के लिए। कोई कम समय में पक जाती है तो कोई लंबा समय लेती है लेकिन स्वाद में लाजवाब होती है।
आइए, आपको बताते हैं धान की किस्मों से जुड़ी 10 ऐसी बातें जो हर किसान को जाननी चाहिए – जैसे कि “बासमती” की महक दुनिया भर में क्यों मशहूर है, या “विजेता” किस्म को किसान क्यों ज्यादा पसंद करते हैं? कुछ किस्में तो इतनी रोग-प्रतिरोधक होती हैं कि दवा की जरूरत ही नहीं पड़ती। और क्या आप जानते हैं कि कुछ धान की किस्में जैविक खेती के लिए भी बेस्ट मानी जाती हैं? ऐसे ही ढेर सारी बातें हैं जो न सिर्फ आपकी जानकारी बढ़ाएंगी, बल्कि सही किस्म चुनने में भी मदद करेंगी।
- भारत में 40,000 से भी ज़्यादा धान की किस्में पाई जाती हैं।
- बासमती केवल उत्तर भारत में ही उगाया जाता है, खासकर हरियाणा और पंजाब में।
- IR-64 किस्म का उपयोग इंडोनेशिया से लेकर फिलीपींस तक होता है।
- Swarna Sub-1 किस्म 14 दिन तक पानी में डूबी रहने पर भी जीवित रहती है।
- Vijeta Dhan को रिसर्च इंस्टीट्यूट ने खासकर पूर्वांचल के लिए तैयार किया है।
- PR-126 किस्म से हर एकड़ में 25-30% तक पानी की बचत होती है।
- HMT किस्म खाने में बासमती जैसी लगती है लेकिन कीमत में सस्ती होती है।
- MTU-1010 किस्म आंध्र और तेलंगाना में सबसे ज़्यादा पसंद की जाती है।
- BPT 5204 को लोग ‘राजभोग चावल’ भी कहते हैं।
- धान की उन्नत किस्मों से किसानों की आमदनी 2 से 3 गुना तक बढ़ सकती है।
निष्कर्ष: Best Rice Variety in India – भारत की सबसे बढ़िया धान की किस्म ?
सबसे अच्छी धान की किस्म” का कोई एक जवाब नहीं हो सकता। ये तुम्हारे खेत की मिट्टी, पानी, मौसम और बाजार पर निर्भर करता है।
अगर तुम्हारे खेत में पानी भरता है, तो Swarna Sub-1 बेस्ट है।
अगर तुम्हें जल्दी फसल काटनी है, तो IR-64 या PR-126 चुनो।
अगर निर्यात का प्लान है, तो Pusa Basmati 1121 या BPT 5204 बेस्ट हैं।
अगर तुम्हें नई उन्नत किस्म चाहिए, तो Vijeta Dhan पर भरोसा किया जा सकता है।
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