1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं? आसान भाषा में पूरी जानकारी?

नमस्कार किसान भाइयों, जैसा कि आप जानते हैं कि अगर आप गांव-देहात में रहते हों या शहर में, जमीन का नाप-जोख सबको परेशान करता है। कभी सुनते हैं फलां के पास 10 बीघा जमीन है, तो कभी कोई कह देता है कि उसकी जमीन 2 एकड़ में फैली है। अब असली झंझट ये होता है कि 1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं  यह बात हर किसी को साफ-साफ समझ नहीं आती। और जमीन खरीदते-बेचते वक्त या खेती की प्लानिंग में ,अगर यह फर्क नहीं पता हो तो बाद में बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए आज आपको बिल्कुल आसान भाषा  में समझा दूंगा कि बीघा और एकड़ क्या बला है और दोनों का आपस में क्या रिश्ता है।

किसान भाइयों, जब भी बात आती है जमीन का नाप-जोख करने की, तो सबसे पहला सवाल यही होता है कि 1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं या फिर 1 बीघा में कितने कट्ठा। असल में जमीन की गिनती हर जगह अलग-अलग चलती है, इसलिए कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। सरकारी कागजों में जमीन हमेशा एकड़ या हेक्टेयर में दर्ज होती है, लेकिन गांव-देहात में ज्यादातर लोग बीघा और कट्ठा का हिसाब लगाते हैं। यही वजह है कि अगर आप जमीन खरीदते-बेचते हैं तो आपको बीघा और एकड़ का फर्क अच्छे से पता होना चाहिए वरना बाद में दिक्कत हो सकती है।

1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं

1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं? – से जुड़े कुछ सवाल

सवालजवाब
1 एकड़ में कितने बीघा होते हैंराज्य के अनुसार 1 से 2 बीघा तक
एकड़ से बीघा कैसे बदलें1 एकड़ = लगभग 40 गुंठा = 4046.86 वर्ग मीटर
1 बीघा कितने एकड़ का होता हैऔसतन 0.62 से 1 एकड़ तक
बीघा से एकड़ कन्वर्जन कैसे करेंराज्य की स्थानीय परिभाषा पर निर्भर
1 एकड़ में कितने बीघा जमीन आती हैलगभग 1.6 बीघा (उत्तर भारत)
एकड़ और बीघा में क्या अंतर हैदोनों जमीन मापने की इकाई हैं
एकड़ से बीघा का फार्मूला क्या है1 एकड़ ÷ राज्य का बीघा साइज़
1 हेक्टेयर में कितने बीघा होते हैंलगभग 3 से 6 बीघा
जमीन नापने का तरीका एकड़ बीघा में क्या हैचेन, फीता और सरकारी रिकॉर्ड से
बीघा का साइज़ राज्य अनुसार क्यों बदलता हैहर राज्य में परंपरा और माप अलग होता है

1. बीघा और एकड़ में फर्क क्या होता है?

किसान भाइयों, बीघा और एकड़, दोनों शब्द तो आप रोज सुनते ही होंगे लेकिन असली फर्क कम लोग ही समझ पाते हैं। बीघा पूरी तरह देसी तरीका है, गांव-देहात में पुराने जमाने से किसान इसी से खेत नापते आए हैं। दूसरी तरफ एकड़ अंग्रेजों के राज में आया था और आज सरकारी कागजों में एकड़ ही चलता है। एकड़ का साइज पूरे देश में एक जैसा रहता है लेकिन बीघा का नाप हर इलाके में बदल जाता है  यही सबसे बड़ा कंफ्यूजन पैदा करता है। अगर आप खेती-बाड़ी से जुड़े हैं तो दोनों का सही मतलब पता होना जरूरी है वरना जमीन की खरीद-फरोख्त में ही चक्कर खा जाएंगे।

  • बीघा देसी नाप है जो हर गांव में चलता है।
  • एकड़ अंग्रेजों से आया और रजिस्ट्री में लिखा जाता है।
  • एकड़ हर राज्य में बराबर होता है।
  • बीघा का साइज हर जिले में बदल सकता है।
  • बुजुर्ग किसान आज भी बीघा ज्यादा बोलते हैं।

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2. आखिर 1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं?

तो किसान भाई अब बात आती है असली सवाल की 1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं? भाई, इसका एक ही जवाब नहीं है क्योंकि यह आपके जिले और राज्य पर निर्भर करता है। जैसे यूपी और बिहार में 1 बीघा करीब 0.625 एकड़ का होता है। मतलब अगर आपके पास 1 एकड़ जमीन है तो वो करीब 1.6 बीघा होगी। लेकिन आप राजस्थान या बंगाल चले जाएं तो यह हिसाब बदल जाएगा। इसीलिए किसान भाई अक्सर नक्शा या पटवारी से सही नाप निकलवाते हैं ताकि कोई धोखा न हो। कई लोग बिना हिसाब लगाए जमीन खरीद लेते हैं और बाद में पछताते हैं।

  • यूपी-बिहार में आमतौर पर यही फार्मूला चलता है।
  • राजस्थान में बीघा का साइज और बड़ा होता है।
  • बंगाल में 1 बीघा छोटा होता है।
  • जमीन बेचते या खरीदते वक्त यह जानना जरूरी है।
  • सरकारी कागजों में एकड़ ही लिखा जाता है।

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3. अलग-अलग राज्यों में बीघा और एकड़ का फर्क?

आपको बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बीघा और एकड़ के नाप का फर्क काफी दिलचस्प है। जैसे यूपी-बिहार में बीघा का पैमाना लगभग एक जैसा माना जाता है लेकिन राजस्थान में बीघा का साइज यूपी से ज्यादा होता है। वहीं बंगाल में बीघा काफी छोटा होता है, इसलिए वहां 1 एकड़ में करीब 3 बीघा तक माने जाते हैं। इसी तरह असम में भी कुछ जगहों पर बीघा का साइज अलग है। नीचे एक छोटी Comparison Table देखिए  इससे आपको दिमाग में एकदम क्लियर रहेगा कि कहां कितना फर्क है।

राज्य1 बीघा = कितने एकड़1 एकड़ = कितने बीघा1 बीघा में कट्ठा1 एकड़ में कट्ठा
उत्तर प्रदेश0.625 एकड़1.6 बीघा20 कट्ठा32 कट्ठा
बिहार0.625 एकड़1.6 बीघा20 कट्ठा32 कट्ठा
राजस्थान1.6 एकड़0.62 बीघाअलग-अलगअलग-अलग
बंगाल0.33 एकड़3 बीघा20 कट्ठा60 कट्ठा
असम0.66 एकड़1.5 बीघा5 कट्ठा7-8 कट्ठा

  • हर राज्य में लोकल पटवारी से भी पूछना सही रहेगा।
  • कट्ठा भी एक देसी नाप है जो गांवों में चलता है।
  • एकड़ से कट्ठा या बीघा में बदलने के लिए फार्मूला देख लें।
  • जमीन खरीदने से पहले यह तुलना कर लें।
  • इससे बाद में कोई झंझट नहीं होगा।

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4. एकड़ से बीघा में कैसे बदलें? आसान फार्मूला?

कई लोग सोचते हैं कि एकड़ को बीघा में बदलना कोई मुश्किल काम है  लेकिन भाई, ऐसा बिलकुल नहीं है। सबसे पहले अपने इलाके में 1 बीघा कितने एकड़ का है, यह पता कर लीजिए। मान लीजिए आपके गांव में 1 बीघा = 0.625 एकड़ है, तो 1 एकड़ को 0.625 से भाग कर दीजिए। सीधे हिसाब से 1 एकड़ ÷ 0.625 = 1.6 बीघा हो जाएगा। बस उल्टा करना है तो बीघा को एकड़ से गुणा कर दो। आजकल मोबाइल ऐप भी हैं जो यह काम चुटकियों में कर देते हैं। लेकिन देसी तरीका भरोसेमंद है।

अब मान लीजिए आप जमीन खरीद रहे हैं और आपको बताया गया कि खेत 2 एकड़ का है, लेकिन आपके इलाके में 1 एकड़ = 1.6 बीघा होता है, तो इसका मतलब हुआ कि वो जमीन करीब 3.2 बीघा है। यही गणित अगर आप समझ लेंगे तो आपको कोई धोखा नहीं दे पाएगा। कई किसान भाई पूछते हैं कि 1 बीघा कितने स्क्वेयर फीट का होता है या 1 एकड़ में कितने कट्ठा आते हैं – तो इसका जवाब आपके जिले पर निर्भर करता है। इसलिए सबसे आसान तरीका है कि अपने इलाके का कन्वर्जन फार्मूला जान लो और उसी हिसाब से एकड़ से बीघा या बीघा से एकड़ कन्वर्जन कर लो। इससे आपकी खेती, जमीन खरीद और फसल की योजना सब बिल्कुल सही बैठेगी।

  • खेत के कागज हमेशा संभाल कर रखें।
  • नक्शा या खतौनी में सब लिखा रहता है।
  • गांव के नंबरदार या पटवारी से पूछ लें।
  • ऑनलाइन कन्वर्टर से भी चेक कर सकते हैं।
  • बिचौलियों की बात पर आंख बंद करके भरोसा न करें।
1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं

5. सही नाप जानना क्यों जरूरी है?

अब सवाल उठता है कि इतनी माथापच्ची क्यों करनी? असल में खेत की सही नाप से ही आप सही दाम, सही खेती और सही कमाई कर सकते हैं। अगर बीघा-एकड़ में गड़बड़ हुई तो या तो आपकी जमीन कम बिकेगी या खेती में ज्यादा खर्चा हो जाएगा। सही नाप से आप बीज, खाद, मजदूरी सबका सही अंदाजा लगा पाते हैं। सरकारी सब्सिडी, बीमा या लोन में भी सही साइज बहुत जरूरी होता है। इसलिए कोई भी किसान भाई इस मामले में लापरवाही न करें।

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  • सही नाप से फसल का मुनाफा बढ़ता है।
  • झगड़े या विवाद से बचाव होता है।
  • बैंक लोन लेने में दिक्कत नहीं आती।
  • फसल बीमा या सब्सिडी मिलती है।
  • मंडी में सही रेट मिलने में मदद होती है।

निष्कर्ष: सही नाप जानो, सुकून से खेती करो?

तो भाई लोगों, अब आप बेझिझक कह सकते हो कि 1 एकड़ में कितने बीघा होते हैं  यह बात आपके दिमाग में फिट हो गई होगी। जब भी कोई आपको उलझाने आए तो उसे सीधा यह फार्मूला बता दो। सही नाप का मतलब है सही मुनाफा, सही खेती और बिना किसी झंझट के जमीन का सौदा। ऐसे ही देसी खेती-बाड़ी की मस्त जानकारी चाहिए तो हमारी वेबसाइट पर बार-बार आना, यहां हर बार कुछ नया मिलेगा, वो भी एकदम अपने अंदाज में।

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